Thursday, October 23, 2025

नई दिल्ली: भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील नवंबर तक होने की उम्मीद, पियूष गोयल बोले- चीजें जल्द ही पटरी पर लौटेंगी; अभी भारत पर 50% टैरिफ

नई दिल्ली: ट्रम्प के भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने और दोनों देशों में बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका के साथ ट्रेड डील होने की उम्मीद जताई है।

मंगलवार को पियूष गोयल ने एक वैश्विक निवेशक सम्मेलन में कहा मुझे उम्मीद है कि चीजें जल्द ही पटरी पर लौट आएंगी और हम नवंबर तक बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) को अंतिम रूप दे देंगे।

फरवरी में दोनों देशों के नेताओं के बीच यही चर्चा हुई थी। उन्होंने एक अन्य कार्यक्रम में यह भी कहा कि भारत इस व्यापार समझौते के लिए अमेरिका के साथ बातचीत कर रहा है।

हालांकि अभी तक, दोनों देशों में से किसी ने भी ट्रेड डील पर बातचीत के नए दौर की घोषणा नहीं की है। इससे पहले, बातचीत के लिए अमेरिकी डेलिगेशन का 25 अगस्त को नई दिल्ली का दौरा स्थगित हो गया था।

फरवरी में वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात के दौरान ट्रम्प और मोदी ने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा था।

फरवरी में वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात के दौरान ट्रम्प और मोदी ने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा था।

डेयरी प्रोडक्ट्स को लेकर भारत-अमेरिका के बीच विवाद

अमेरिका चाहता है कि उसके डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, पनीर, घी को भारत में आयात की अनुमति मिले। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और इस सेक्टर में करोड़ों छोटे किसान लगे हुए हैं।

भारत सरकार को डर है कि अगर अमेरिकी डेयरी उत्पाद भारत में आएंगे, तो वे स्थानीय किसानों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा धार्मिक भावना भी जुड़ी हुई हैं।

अमेरिका में गायों को बेहतर पोषण के लिए जानवरों की हड्डियों से बने एंजाइम (जैसे रैनेट) को उनके खाने में मिलाया जाता है। भारत ऐसी गायों के दूध को ‘नॉन वेज मिल्क’ यानी मांसाहारी दूध मानता है।

भारत की शर्त है कि कोई भी डेयरी उत्पाद तभी भारत में बिक सकता है जब वह यह प्रमाणित करे कि वह पूरी तरह शाकाहारी स्रोत से बना हो।

भारत की शर्त है कि कोई भी डेयरी उत्पाद तभी भारत में बिक सकता है जब वह यह प्रमाणित करे कि वह पूरी तरह शाकाहारी स्रोत से बना हो।

भारत बोला- हितों से कोई समझौता करेंगे

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वदेशी’ उत्पादों को बढ़ावा देने और किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों की रक्षा करने का संकल्प दोहराया था। उन्होंने कहा, ‘भारत अपने किसानों और पशुपालकों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा।’

2030 तक व्यापार को 500 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य

भारत और अमेरिका का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 191 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना है।

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जुलाई 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात 21.64% बढ़कर 33.53 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 12.33% बढ़कर 17.41 अरब डॉलर रहा।

अमेरिका इस दौरान भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा, जिसके साथ 12.56 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। अप्रैल से भारत का अमेरिका को निर्यात लगातार बढ़ रहा है।

भारत पर कुल 50% टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत पर 6 अगस्त को 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। यह आदेश 27 अगस्त से लागू होगा गया था।

एग्जीक्यूटिव ऑर्डर में कहा गया है कि रूसी तेल खरीद की वजह से भारत पर यह एक्शन लिया गया है। इससे पहले उन्होंने 30 जुलाई को भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया था। अब भारत पर कुल 50% टैरिफ लग रहा है।



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