RAIPUR: रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर को गहोई भवन में हाउस अरेस्ट किया गया है। वह अपने ही सरकार के खिलाफ CM हाउस के बाहर धरने पर बैठने वाले थे। इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने उन्हें एम्स के पास रोक लिया, लेकिन वे गेट कूदकर निकलने की कोशिश करते रहे।
इस दौरान ननकीराम कंवर ने कहा कि अगर यही रवैया रहा तो अगली बार भाजपा सरकार नहीं बनाएगी। जनता कह रही है कि अगली बार भाजपा को 15 से ज़्यादा सीटें नहीं मिलेंगी।
इस पर पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा कि प्रशासनिक दलाली के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने पर आदिवासी भाजपा नेताओं के साथ भाजपा सरकार का यह कृत्य निंदनीय है। वहीं कांग्रेस पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि बृजमोहन और विजय बघेल के बाद ननकीराम भाजपा के तीसरे मर्द नेता हैं। कांग्रेस ननकीराम कंवर के धरने का समर्थन करती है।

ये तस्वीर पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की है। (फाइल फोटो)
पूर्व गृहमंत्री ने जिला प्रशासन को दिया था पत्र
दरअसल, पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने भ्रष्टाचार को लेकर कोरबा कलेक्टर अजित वसंत हटाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि 4 अक्टूबर तक कार्रवाई नहीं हुई तो वे रायपुर में धरने पर बैठेंगे। इसके लिए वो शुक्रवार देर शाम रायपुर पहुंचे थे।
उन्होंने धरने को लेकर रायपुर जिला प्रशासन को पत्र भी दिया था। शनिवार सुबह के 10.30 बजे से वो धरने पर बैठने वाले थे। जब वो होटल से धरना स्थल के निकले, इस दौरान पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें रोक लिया।
आदेश मिलते ही जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे अफसर
राज्य शासन ने ननकीराम कंवर के शिकायती पत्र पर बिलासपुर संभागायुक्त सुनील जैन से जांच प्रतिवेदन मांगा है। हालांकि, सुनील जैन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, शासन की ओर से उन्हें अभी तक लिखित आदेश नहीं मिला है।
आदेश मिलते ही वे जांच कर रिपोर्ट सौंप देंगे। यह भी बताया जा रहा है कि इस मामले में शासन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जानिए क्या है पूरा विवाद ?
ननकीराम कंवर ने आरोप लगाया है कि, कोरबा में कलेक्टर हिटलरशाही तरीके से प्रशासन चला रहे हैं। उनके खिलाफ सैकड़ों भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है। उन्होंने कहा कि 40,000 स्व-सहायता समूह की महिलाओं से अरबों की ठगी, मालगांव और रलिया में फर्जी मुआवजे के नाम पर करोड़ों रुपए की अनियमितता जैसे मामलों में कलेक्टर की सीधी संलिप्तता है।
पहले भी पूर्व मंत्री को कलेक्टर ने भेजा था नोटिस
पूर्व मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि, भाजपा कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को कोरबा कलेक्टर टारगेट कर रहे हैं। इसमें एक पत्रकार का मकान गिराने, पार्टी कार्यकर्ताओं के राइस मिल और पेट्रोल पंप को सील किए जाने की घटनाएं शामिल हैं।
यह विवाद पहले भी चर्चा में रहा है, जब कलेक्टर अजित वसंत ने पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को एक फेसबुक पोस्ट के लिए नोटिस भेजा था। कलेक्टर का कहना था कि, पोस्ट प्रशासन की छवि खराब करती है।
अब जानिए ननकीराम कंवर की क्या हैं मांगें
- रजगालार पंचायत में भेदभावपूर्ण कार्रवाई: 50 वर्षों से बसे 3000 लोगों में से केवल एक व्यक्ति को अवैध कब्जे का नोटिस भेजा गया, राजनीतिक दबाव का आरोप।
- पत्रकार के घर पर कार्रवाई: वरिष्ठ पत्रकार रमेश राठौर के मकान को बारिश में तोड़वाया गया, जबकि बाकी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है।
- महिला ठगी मामला: जिले की 40,000 महिलाओं से अरबों की ठगी का मामला दबाया गया, सीमित FIR दर्ज, प्रशासनिक संरक्षण का आरोप।
- टोल प्लाजा प्रकरण: मदनपुर में कलेक्टर की पत्नी के वाहन को बिना टोल टैक्स रोके जाने पर दो स्थानीय युवकों को जेल भिजवाया गया।
- पूर्व सैनिक को धमकी: कारगिल योद्धा प्रेमचंद पांडेय को धमकी और फर्जी मामले में फंसाने का प्रयास, पुलिस दबाव में कार्रवाई।
- खनिज न्यास निधि में भ्रष्टाचार: DMF की करोड़ों की राशि मुआवजे के नाम पर बांटी गई, निजी लाभ के लिए बालको कंपनी से मिलीभगत।
- फर्जी मुआवजा प्रकरण: मालगांव-रलिया में 152 लोगों को बिना जमीन फर्जी मुआवजा, जांच के बाद भी वसूली नहीं।
- कलेक्टर की पत्नी को अवैध भुगतान: डॉ. रूपल ठाकुर को DMF निधि से चिकित्सक पद पर वेतन, कार्य न करने के बावजूद हर महीने लाखों का भुगतान हुआ।
भाजपा आदिवासियों की आवाज़ को दबाना चाहती है- भूपेश बघेल
पूर्व CM भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि वाह! अमित शाह जी! वाह। भाजपा आदिवासियों की आवाज़ को दबाना चाहती है। जिस वक्त देश के गृहमंत्री बस्तर में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे हैं, ठीक उसी वक्त वरिष्ठ आदिवासी भाजपा नेता ननकीराम कंवर को रायपुर में हाउस अरेस्ट कर लिया गया है।

(Bureau Chief, Korba)