- सिंचाई व निस्तारी की समस्या दूर, खेतों में फिर लौटी हरियाली
रायपुर: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ने खैरागढ़ जिले के ग्राम टेकापार के कृषक श्री मनीराम साहू के जीवन में नई दिशा प्रदान की है। मनरेगा के अंतर्गत स्वीकृत कुआं निर्माण से न केवल उनके खेतों में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हुई, बल्कि परिवार की आर्थिक स्थिति भी पहले से कहीं अधिक मजबूत हो गई है।
ग्राम सभा में जब ग्रामीणों को मनरेगा के व्यक्तिगत लाभ वाले कार्यों की जानकारी दी गई, तब मनीराम ने कुआं निर्माण की इच्छा व्यक्त की। उनकी आवश्यकता को देखते हुए ग्राम पंचायत द्वारा दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण की गई और उनके नाम से दो लाख चालीस हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई। तकनीकी सहायक श्री हेमंत मेश्राम द्वारा ले-आउट उपलब्ध कराया गया और तकनीकी मार्गदर्शन में कार्य शुरू हुआ।
मनीराम का परिवार पूरी तरह कृषि और मजदूरी पर आश्रित था। निर्माण सामग्री जुटाना उनके लिए बड़ी चुनौती थी, परंतु ग्राम पंचायत ने सहयोग करते हुए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई। कई आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद मनीराम ने हिम्मत नहीं हारी और कार्य को निरंतर आगे बढ़ाते हुए कुआं निर्माण पूरा करवाया। कार्य के दौरान ग्रामीणों को रोजगार भी मिला और मजदूरी की राशि सीधे बैंक खातों में जमा कराई गई। निर्माण में आवश्यक सामग्री का उपयोग किया गया और कार्य क्रमबद्ध तरीके से पूरा हुआ।
कुआं तैयार होने के बाद मनीराम के जीवन में बड़ी सकारात्मक बदलाव आया। पहले जहां असामयिक बारिश और सिंचाई की कमी से फसलें नष्ट हो जाती थीं, वहीं अब डीजल पंप के माध्यम से नियमित सिंचाई होने लगी है। गेहूं, धान, सोयाबीन और चना जैसी फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। आमदनी बढ़ने से परिवार का पालन-पोषण सहज हो गया है और जीवन स्तर में भी स्पष्ट सुधार आया है। अब वे अपने खेतों के साथ-साथ आसपास के खेतों की सिंचाई में भी मदद कर पा रहे हैं, जिससे उनका मान-सम्मान गांव में और बढ़ गया है।
मनीराम साहू बताते हैं कि वे साधारण परिवार से हैं और कृषि व मजदूरी ही उनका जीवनयापन का प्रमुख साधन था। मनरेगा के अंतर्गत कुआं निर्माण स्वीकृत होने से उनकी परिस्थितियाँ बदलीं और आज वे पहले की तुलना में अधिक आय अर्जित कर पा रहे हैं। सालभर फसल लेने की सुविधा मिलने से भविष्य सुरक्षित हुआ है और परिवार में खुशी का माहौल है। वे कहते हैं कि यह योजना उनके लिए उम्मीद की नई किरण साबित हुई है।

(Bureau Chief, Korba)




