नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में हवा की स्थिति बेहद खराब हो गई है। AQI 497 पहुंचने के बाद और सख्ती लागू कर दी गई है। कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने सभी राज्य सरकारों को आदेश दिया है कि सभी स्कूलों और संस्थानों में बाहर होने वाली खेल गतिविधियों को तुरंत रोका जाए।
आयोग ने चेतावनी दी है कि ऐसी गतिविधियां जारी रखना बच्चों के लिए ‘गंभीर स्वास्थ्य खतरा’ साबित हो सकता है।
डॉक्टर भी लगातार लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अतुल माथुर ने कहा कि लोगों को बाहर कम निकलना चाहिए और हल्के मास्क पहनने चाहिए।
CAQM ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि कुछ स्कूल अभी भी बाहर खेलकूद कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के 19 नवंबर के आदेश का उल्लंघन है
आयोग ने सभी स्कूलों, कॉलेजों, खेल संस्थानों और स्थानीय निकायों को ऐसे सभी खेल कार्यक्रम तुरंत रद्द करने और अभिभावकों को जोखिम के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया है।
कल GRAP IV लागू हुआ था
आयोग ने कल ग्रैप (GRAP) के सबसे सख्त स्तर — स्टेज IV को लागू कर दिया है। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में सभी निर्माण और तोड़फोड़ (कंस्ट्रक्शन-डिमोलिशन) कार्यों पर रोक लगा दी गई है। केवल आवश्यक सेवाओं या जरूरी सामान ढोने वाले ट्रक ही दिल्ली में आ-जा सकेंगे।
डॉक्टर बोले– प्रदूषण से धमनियों में सूजन, वायरस का खतरा ज्यादा
डॉ. अतुल माथुर के मुताबिक, प्रदूषण में दो हिस्से होते हैं—एक जहरीली गैसें जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, और दूसरा है पार्टिक्युलेट मैटर यानी हवा में घुले छोटे-छोटे धूल के कण।
उन्होंने बताया कि ये कण शरीर में जाकर धमनियों में सूजन पैदा करते हैं, जिससे हृदय और श्वसन से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि यह वह मौसम है जब वायरस भी ज्यादा सक्रिय रहते हैं, ऐसे में यह प्रदूषण और खतरनाक हो जाता है।
आप के सौरभ भारद्वाज बोले- सीएम AQI के बारे में नहीं जानतीं
आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को AQI के बारे में जानकारी नहीं है और इस समस्या से निपटने का जिम्मा विशेषज्ञों को देना चाहिए।

(Bureau Chief, Korba)




