कोरबा: शहर में स्वीकृत रेत खदान खुलने के बाद भी जिला मुख्यालय के पास रेत तस्कर ढेंगुरनाला में अवैध खदान चला रहे हैं। इसके बाद शुक्रवार शाम अतिरिक्त तहसीलदार पंचराम सलामे ने रामपुर पटवारी राजेंद्र साहू और रूमगरा पटवारी भूपेंद्र नवरंग काे कारवाई करने अवैध रेत खदान भेजा, जहां ट्रैक्टराें के पहुंचने बनाए मार्ग पर दाे ट्रैक्टर अवैध रेत परिवहन करते पकड़े गए। पटवारियाें ने इसकी सूचना अतिरिक्त तहसीलदार सलामे काे दी। उन्हाेंने खनिज विभाग के उप संचालक एसएस नाग काे टीम भेजने कहा। इस पर उनके द्वारा टीम रवाना करना बताया गया, लेकिन पटवारी करीब 3 घंटे तक माैके पर इंतजार करते रहे, खनिज विभाग की टीम वहां नहीं पहुंची।
इस दाैरान ट्रैक्टराें के चालक और मजदूर भाग निकले। इसके बाद राजस्व अमला द्वारा दूसरे चालकाें का इंतजाम कर ट्रैक्टराें काे लेकर रामपुर चाैकी के लिए रवाना हुए। दूसरी ओर रास्ते में रेत तस्करी करा रहे दाेनाें ट्रैक्टर के मालिक पहुंच गए, जाे पटवारियाें काे राेककर वाहन छाेड़ने का दबाव बनाने लगे, जिन्हें समझाइश देते हुए मशक्कत के बाद दोनों ट्रैक्टरों को अतिरिक्त तहसीलदार सलामे द्वारा जब्त कर रामपुर चौकी में पुलिस के सुपुर्द किया। साथ ही रामपुर चाैकी प्रभारी निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव काे ट्रैक्टराें के मालिक और चालक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
पुलिस ने पकड़े अवैध रेत ले जाते 2 ट्रैक्टर
अवैध काराेबार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुसमुंडा पुलिस ने शनिवार काे पेट्राेलिंग के दाैरान सुराकछार नदी से अवैध रेत खनन कर परिवहन कर रहे 2 ट्रैक्टर काे पकड़ा है। जिसके चालक व मजदूर पुलिस टीम काे देखकर पहले ही भाग गए थे। निरीक्षक लीलाधर राठाैर ने उक्त दाेनाें ट्रैक्टर काे धारा 102 सीआरपीसी के तहत जब्त कर लिया।
राजस्व-खनिज अमले में तनातनी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अवैध रेत खनन-परिवहन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश के बाद भी खनिज विभाग की टीम सुस्ती बरत रही है, जाे राजस्व व पुलिस विभाग की कार्रवाई से नजर आ रहा है। सूत्राें के मुताबिक काेरबा अनुविभाग में राजस्व अमले के ज्यादा एक्टिव हाेकर कार्रवाई करने की वजह से खनिज विभाग से अंदर ही अंदर तनातनी चल रही है। इसलिए अतिरिक्त तहसीलदार सलामे के निर्देश के बाद भी कार्रवाई के लिए खनिज टीम नहीं पहुंचता है। इसलिए अब राजस्व अमले द्वारा पुलिस के जरिए ऐसे मामले में दंडात्मक कार्रवाई कराई जा रही है।
रेत तस्करी ऐसे… रायल्टी पर्ची भंडारण स्थल से हटाने की, सीधे नदी से खनन
रसूखदार लाेग एक ही रायल्टी पर्ची जारी करवा कर रहे हैं रेत की चाेरी
स्वीकृत रेत घाट खुलने के साथ ही प्रशासन की टीम अवैध रेत खनन-परिवहन पर कार्रवाई कर रही है। लेकिन रेत तस्कराें ने भी इसका ताेड़ निकाल लिया है। जाे अवैध रेत भंडारण काे हटाने के नाम से रायल्टी पर्ची जारी करवाकर उसकी आड़ में सीधे नदी से रेत का अवैध खनन व परिवहन कर रहे हैं।
दर्री तहसील अंतर्गत आने वाले सुमेधा व कुमगरी के पास अहिरन नदी पर रेत तस्करी का ऐसा खेल चल रहा है। जहां सुमेधा में भंडारित रेत काे हटाने के लिए खनिज विभाग से रायल्टी पर्ची (अभिवहन पास) जारी है, पर सुमेधा में रेत भंडारण ही नहीं है। बल्कि उक्त रायल्टी पर्ची से सीधे पास स्थित अहिरन नदी से रेत खनन कर ट्रैक्टराें में परिवहन कराया जा रहा है। नियमत: यह रेत का अवैध खनन व परिवहन है लेकिन क्षेत्रीय राजस्व अमला, पुलिस और खनिज विभाग आंख मूंदकर बैठे हैं।
सूत्राें की माने ताे दर्री तहसील से जुड़े एक बड़े अधिकारी के रिश्तेदार इस अवैध खेल में शामिल है। जिसके साथ राजनीतिक व ठेकेदारी से जुड़े लाेगाें की पार्टनरशिप है। इस तरह भंडारित रेत काे हटाने के नाम से रायल्टी पर्ची हासिल करके अवैध रेत खदान चलाया जा रहा है। प्रतिदिन उक्त अवैध खदान से प्रतिदिन 40-50 ट्रैक्टर रेत निकाला जा रहा है।
इस संबंध में दर्री तहसीलदार साेनू अग्रवाल ने कहा कि 2 माह के दाैरान उनके द्वारा अवैध रेत खनन-परिवहन पर जितनी कार्रवाई की गई है उतनी खनिज व पुलिस विभाग ने नहीं की है। सुमेधा में रेत खनन-परिवहन के संबंध में जानकारी जुटाई जाएगी। अवैधानिक हाेने पर कार्रवाई की जाएगी।