राजस्थान: दौसा के मेहंदीपुर बालाजी इलाके के धर्मशाला में 22 साल की युवती से पहले रेप का प्रयास किया गया, फिर उसे मार दिया गया। उसे बेचने के लिए यूपी से राजस्थान लाया गया था। 4 जनवरी को उसका शव कमरे में मिला। पुलिस ने जांच शुरू की तो इस वारदात के तार भरतपुर, बरेली (UP), अलीगढ़ (UP), आजमगढ़ (UP) तक से जुड़े मिले। मंगलवार को दौसा की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम और मेहंदीपुर बालाजी पुलिस ने इस केस का खुलासा किया। दावा किया कि युवती को मारने वाले युवक और उसकी विवाहित प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये दोनों मानव तस्करी गिरोह से जुड़े हैं।
आगे पढ़िए, पूरा मामला क्या है, आखिर आरोपियों तक पुलिस कैसे पहुंची…।
कमरे से आने लगी थी बदबू
4 जनवरी को मेहंदीपुर बालाजी की मुलकराज धर्मशाला के कमरे में अर्धनग्न हालत में युवती का शव मिला था। धर्मशाला के मैनेजर की ओर से उसी दिन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया गया था। रिपोर्ट में बताया था कि धर्मशाला के 13 नंबर कमरे में मिला शव 2 दिन पुराना था। बदबू आने लगी थी। चेहरा भी खराब हो गया था। जिस कमरे में युवती का शव मिला, उसमें ऐसा कोई सामान नहीं मिला था। आरोपियों के बारे में तब तक कोई सुराग नहीं था। धर्मशाला के एंट्री रजिस्टर में नाम व पते भी गलत लिखे गए थे। आधार कार्ड का पता भी गलत निकला। धर्मशाला में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। ऐसे में आरोपियों तक पहुंचना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं था।
4 जनवरी को धर्मशाला के कमरे में दो दिन पुरानी लाश मिली थी। युवती की पहचान बरेली निवासी के तौर पर हुई थी।
31 दिसंबर को UP के बरेली से मथुरा पहुंची थी लड़की
SP संजीव जैन ने बताया- पुलिस ने सबसे पहले युवती की पहचान का प्रयास शुरू किया। ऑनलाइन मिसिंग की रिपोर्ट खंगाली गई। इसमें विभिन्न शहरों में मिसिंग की रिपोर्ट एक ही साइट पर मिल जाती है। काफी छानबीन के बाद पता चला कि लड़की बरेली (UP) के कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली थी। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। वह बरेली में अपनी मौसी के यहां रहती थी। BA फर्स्ट ईयर कर चुकी थी। घर में किसी बात को लेकर नाराजगी हुई और 31 दिसंबर 22 को वह शहर छोड़कर मथुरा पहुंच गई थी। 2 जनवरी को बरेली कोतवाली में युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
मथुरा जंक्शन के वेटिंग रूम में हुई थी मुलाकात
SP की मानें तो 2 जनवरी की सुबह मथुरा (UP) जंक्शन के वेटिंग हॉल में युवती अकेली बैठी थी। इसी दौरान पवन कुमार उर्फ अजय शर्मा (38) और किरण उर्फ फूलमती यादव (35) पत्नी कृपाशंकर यादव की पहचान हुई। पवन कुमार अलीगढ़ स्थित खैर सब्जी मंडी के पीछे का रहने वाला है। किरण निमटनी, जलालपुर, आजमगढ़ (UP) की रहने वाली है। किरण और पवन ने युवती को अकेली पाकर उसको झांसे में लिया। उसे अपने साथ मेहंदीपुर बालाजी लेकर आए। यहां धर्मशाला में रुके। उसको शॉपिंग भी करवाई। आरोप है कि शाम को पवन और किरण ने चाय में नींद की गोली मिलाकर युवती को पिला दी। उसके अचेत होते ही पवन ने रेप का प्रयास किया। युवती थोड़ी सेंस में थी। वह चिल्लाने लगी। पवन ने उसका गला दबा दिया और सिर को दीवार पर पटक दिया। मौके पर ही युवती की मौत हो गई। शव को रजाई से ढक कर कमरे में ताला लगाकर दोनों मौके से फरार हो गए।
पवन और किरण इसी धर्मशाला में 2 जनवरी को युवती को लेकर पहुंचे थे। पुलिस ने 5 दिन में इसका खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
डिप्टी एसपी के नेतृत्व में 4 टीमों का गठन
SP के निर्देश पर मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया। टीम ने जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों की जांच करते हुए फुटेज जुटाए, जबकि दूसरी टीम ने युवती व आरोपियों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। धर्मशाला में आरोपियों के हावभाव और भाषा के बारे में पता करने पर साफ हो गया कि वो राजस्थान के नहीं हैं। UP से संबंधित होने की पुख्ता जानकारी होने के बाद मथुरा, अलीगढ़, आगरा व हाथरस आदि इलाकों में टीमें रवाना हुईं।
गिरफ्तारी UP और राजस्थान से
9 जनवरी को पवन शर्मा को वृंदावन (UP) और किरण को दौसा के महुवा थाना क्षेत्र के नौगांव से गिरफ्तार किया गया। किरण नौगांव में अपने जान पहचान के हेम सिंह के यहां रह रही थी। हेम सिंह के साथ पहले भोपाल स्थित एक पाइप की फैक्ट्री में वह काम कर चुकी है। छानबीन में आरोपियों का कनेक्शन मानव तस्करों से होने की जानकारी भी सामने आई। पवन और किरण के बीच अफेयर है। आरोप है कि मानव तस्करी में दोनों मिलजुलकर काम करते हैं।
गिरफ्तार पवन शर्मा व उसकी प्रेमिका किरण यादव। पुलिस का दावा है कि ये दोनों मानव तस्करी गिरोह से जुड़े हैं। युवती को मथुरा से बहला-फुसलाकर वे मेहंदीपुर बालाजी लेकर आए थे। यहां धर्मशाला में उसकी हत्या कर दी।
इस तरह से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
पुलिस टीम ने अलीगढ़ में डेरा डालकर लड़कियों व महिलाओं की खरीद-फरोख्त में संबंधित लोगों की जानकारी जुटाई। यहां डॉ. अजय तथा वीरेंद्र 2 संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली। पड़ताल में सामने आया कि डॉ. अजय का नाम ही पवन कुमार शर्मा है, जो खैर में कमरा लेकर रहता है। उसकी दोस्त किरण यादव अलीगढ़ जिले के ऐरेना इलाके में रहती है। वह 2 जनवरी को किसी लड़की को लेकर मथुरा से भरतपुर होकर मेहंदीपुर बालाजी गए थे। इसके बाद पुलिस ने रुड़की, हरिद्वार, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन व अलीगढ़ रेलवे स्टेशन का खाक छाना। 9 जनवरी को पुलिस टीम ने वृंदावन के छटीकरा चौराहे से पवन को हिरासत में लिया गया। पवन ने पुलिस को बताया कि वारदात में शामिल किरण यादव महुवा (अलवर) के पास नौगांव में हेम सिंह राजपूत के घर रुकी हुई है। पुलिस ने दबिश देकर किरण को भी गिरफ्तार कर लिया।
दौसा के मेहंदीपुर बालाजी इलाके की धर्मशाला के रूम में 4 जनवरी को युवती का शव मिला था। छानबीन के बाद पता चला कि 2 जनवरी को बरेली (UP) कोतवाली थाने में इस युवती की गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी।
आरोपियों के खिलाफ डीग थाने में भी दर्ज है FIR
एसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भरतपुर जिले के डीग पुलिस थाने में भी मानव तस्करी से जुड़ा मामला दर्ज है। आरोपियों को गिरफ्तार करने में बालाजी थाना इंचार्ज अजीत बड़सरा, एएसआई मुकेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल धर्मराज समेत 18 पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।