बिलासपुर: आबकारी विभाग का 1.27 करोड़ रुपए गबन करने के आरोप में एक्सिस बैंक के व्यापार विहार शाखा के कैशियर सहित तीन को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दो बैंक के कैश सोर्टर व एक टॉप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेंट एजेंसी का कर्मचारी शामिल है।
एक दिन पहले ही छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन की शिकायत पर बैंक मैनेजर ने सिविल लाइन थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें बताया है कि उनके बैंक में छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) का चालू खाता में 1.27 करोड़ रुपए जमा नहीं की गई थी पर पावती दी गई थी।
आबकारी विभाग रकम एजेंसी के टॉप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेंट के माध्यम से जमा कराती है। बैंक ने कैशियर राकेश प्रसाद पूछताछ की तो उसने बताया था कि उसने टॉप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेंट एजेंसी के कर्मचारियों को बिना रकम लिए ही पावती दे दी थी। राकेश प्रसाद के अनुसार इसके एवज में उसे कमीशन मिलता था।
पुलिस ने इस मामले में बैंक कैशियर व उसके साथियों के खिलाफ धारा धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज कर जांच शुरू की और इस मामले में राकेश प्रसाद (39) ग्राम समोगर, थाना देवरिया जिला गोरखपुर उत्तरप्रदेश, हाल मुकाम परिजात कॉलोनी रिंग रोड नंबर-2 सहित ज्वाला प्रसाद लगाडे बहतराई निखिल आश्रम के पास अटल आवास सरकंडा व ईमेश पांडेय ग्राम खैरा स्कूल के पास को गिरफ्तार किया।
एक ने जमीन- गहने खरीदे दूसरे ने हनीमून मनाया
पूछताछ में पता चला कि आरोपी राकेश प्रसाद को 10% के हिसाब से 12 से 15 लाख मिले थे। इस रकम से वह अपने गांव समोगर देवरिया उप्र में जमीन, कार, एप्पल मोबाइल, सोने-चांदी के जेवर खरीदा। इसी तरह आरोपी ज्वाला प्रसाद ने एक माह पहले शादी की। कुछ पैसे में हनीमून मनाया । बाकी रकम घर में ही है। इसी तरह आरोपी ईमेश पांडेय ने गबन के मिले हिस्से की रकम को घरेलू व खाने पीने में खर्च किया।