Surguja: अंबिकापुर में घर से ससुराल जाने निकले युवक को रास्ते में हाथी ने कुचलकर मार डाला। उसकी लाश रविवार को शहर के गाड़ाघाट स्थित बांस बाड़ी में क्षत-विक्षत हालत में मिली है। युवक अपने एक साथी के साथ स्कूटी से ससुराल जाने के लिए 19 जनवरी को निकला था, लेकिन उसी दिन शहर में हाथी घुस आने की खबर पर वो उसे देखने चला गया। जबकि वन विभाग ने उधर नहीं जाने की साफ-साफ चेतावनी जारी की थी, लेकिन युवक ने उसे अनदेखा कर दिया।
वन विभाग ने सभी को हाथी की दिशा में जाने से मना किया था, लेकिन युवक फिर भी हाथी देखने के लिए चला गया। अब रविवार को उसकी लाश मिलने पर वन विभाग ने युवक प्रकाश केरकेट्टा (32 वर्ष) के हाथी द्वारा मारे जाने की पुष्टि की है। बता दें कि 19 जनवरी को शहर में प्रतापपुर की ओर से एक हाथी घुस आया था। इसकी भनक लगते ही वन अमला मुस्तैद हो गया। हाथी फॉरेस्ट कॉलोनी और संजय पार्क व गाड़ा घाट होते हुए तकिया नर्सरी की ओर चला गया था। यहां वन विभाग द्वारा उस पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही थी।
हाथी शहर में घुस आया था।
इधर शहर के बौरीपारा गाड़ाघाट निवासी प्रकाश केरकेट्टा उसी दिन अपने एक दोस्त के साथ स्कूटी से अपने ससुराल कोरबा जिले के मोरगा के पास जाने के लिए निकला था। गाड़ाघाट की ओर से हाथी के आने की खबर पर वह साथी के साथ रुक गया। वन अमले ने सभी को हाथी की तरफ नहीं जाने की समझाइश दी, लेकिन प्रकाश केरकेट्टा बांसबाड़ी की ओर चला गया। इस दौरान हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला। उसकी क्षत-विक्षत लाश 22 जनवरी की सुबह बांसबाड़ी में बरामद हुई।
हाथी ने CCF बंगले की तोड़ दी थी दीवार।
2 दिन से परिजन थे परेशान
वहीं प्रकाश केरकेट्टा न तो अपने ससुराल पहुंचा था और न ही घर। परिजन उसे लेकर परेशान थे। उन्होंने अपने स्तर पर उसकी बहुत तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल रहा था।उसका दोस्त भी अपने घर पहुंच गया था। उसे भी पता नहीं था कि प्रकाश के साथ आखिर क्या हुआ है। रविवार की सुबह कुछ लोगों ने गाड़ाघाट स्थित बांसबाड़ी में युवक की लाश देख वन विभाग को सूचना दी। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव को बरामद किया। तब जाकर उसकी पहचान प्रकाश केरकेट्टा के रूप में की गई। वन विभाग ने हाथी द्वारा उसके मारे जाने की पुष्टि की है।
CCF बंगले की तोड़ी थी दीवार
गौरतलब है कि प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे 10 हाथियों के दल से बिछड़कर हाथी शहर में आ घुसा था। उसने पुरातत्व विभाग के पास एक व्यक्ति का घर क्षतिग्रस्त किया था। इसके अलावा फॉरेस्ट कॉलोनी में घुसकर उसने सीसीएफ के सरकारी बंगले की बाउंड्रीवाल भी ढहा दी थी। यहां से निकलने के बाद हाथी तकिया व गाड़ाघाट की ओर चला गया था। 20 जनवरी की ही रात वन विभाग द्वारा हाथी मित्रों की सहायता से पटाखे फोड़कर और मशाल जलाकर उसे शहर से दूर खदेड़ा गया था।