मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर: जिले के कछौड़ गांव में बाघ ने मछली पकड़ने के लिए गए एक युवक का शिकार कर लिया है। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पिछले कुछ दिनों से बाघ इस इलाके में विचरण कर रहा है। इस जिले में बाघ द्वारा किसी इंसान का शिकार किए जाने की ये पहली घटना है। बाघ ने ग्रामीण के शव को आधा खा लिया है। घटना मनेंद्रगढ़ वन मंडल के केल्हारी वन परिक्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, केल्हारी वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कछौड़ के गुंडरू पारा निवासी बुद्धू अगरिया (32 वर्ष) गांव के ही एक अन्य व्यक्ति के साथ शुक्रवार की शाम हुंडरू नदी में मछली मारने गया था। दोनों 100 से 150 मीटर की दूरी पर मछली मार रहे थे। मछली मारकर वे लौटने ही वाले थे कि उसी समय बुद्धू पर बाघ ने हमला कर दिया और उसे मार डाला। यह देख दूसरा ग्रामीण मौके से जान बचाकर भाग निकला, फिर उसने गांव वालों को इसकी सूचना दी।
बाघ के पगमार्क।
रात का समय होने के कारण गांववाले उस वक्त वहां नहीं गए, वहीं वन विभाग की टीम भी नहीं पहुंची, लेकिन शनिवार सुबह जब लोग नदी किनारे पहुंचे, तो बाघ वहीं पर मौजूद था। इसके बाद ग्रामीणों ने शोर मचाकर बाघ को भगाया। वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। मनेंद्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले में बाघ द्वारा किसी ग्रामीण को मारे जाने की यह पहली घटना है। इससे पहले जनकपुर वन परिक्षेत्र में तेंदुए ने 3 ग्रामीणों को मार डाला था। हालांकि तेंदुए को पिंजरे में फंसाकर वन विभाग ने कानन पेंडारी भेज दिया था। अब यहां बाघ का आतंक है। वन विभाग की टीम बाघ की तलाश में सर्चिंग अभियान भी चलाएगी।
नदी किनारे मिले बाघ के पंजों के निशान
नदी के आसपास पहले भी बाघ को विचरण करते देखा गया था। जिस बाघ ने ग्रामीण का शिकार किया है, उसके पंजों के निशान नदी के किनारे मिले हैं। एसडीओ केल्हारी केएस कंवर ने कहा कि शुक्रवार शाम को टाइगर ने एक ग्रामीण को मार डाला है। मौके पर हमारी टीम पहुंची हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। बाघ ने ग्रामीण के शव को आधा खा लिया है। कमर से नीचे का हिस्सा गायब है। उन्होंने कहा कि गांववालों को सतर्क रहने के लिए समझाया गया है। हमारी टीम पेट्रोलिंग कर रही है।
बाघ के हमले के बाद की तस्वीर।
नदी के किनारे मिले युवक के शव क्षत-विक्षत शरीर का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। वन विभाग के कर्मचारी लगातार इस क्षेत्र में सर्चिंग कर रहे थे, साथ ही ग्रामीणों को भी शाम के बाद घर से नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही थी, लेकिन युवक अपने साथी के साथ उस ओर चला गया। उसका साथी तो किसी तरह जान बचाने में कामयाब रहा, लेकिन इस युवक की मौत हो गई।
हाथी पर सवार होकर चलाया गया था सर्च ऑपरेशन।
पिछले कुछ दिनों से इलाके में बाघ का मूवमेंट
मनेंद्रगढ़ वनमंडल के केल्हारी वन परिक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बाघ का मूवमेंट दिखाई दे रहा है। दरअसल 10 दिन पहले बैकुंठपुर के तमोर पिंगला अभयारण्य की 10 सदस्यीय और स्थानीय वन विभाग की टीम तेंदुए की तलाश और उसके विचरण एरिया का पता लगाने गई थी। प्रशिक्षित सदस्य हाथी के आगे और पीछे चलकर तेंदुए का विचरण एरिया चिह्नित करने में जुटी हुई है। हालांकि तेंदुआ तो टीम को नजर नहीं आया, लेकिन बाघ जरूर दिखाई दे गया।
पानी पीने आया था बाघ।
बता दें कि जनकपुर क्षेत्र में तेंदुए द्वारा 2 महिलाओं और एक युवक को मार डाला गया था। इस दौरान वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुआ फंसा था, जिसे कानन पेंडारी ले जाया गया था। इसी बीच एक अन्य तेंदुए ने 2 बकरियों का शिकार कर डाला। इसके बाद वन विभाग की टीम फिर से अलर्ट हो गई है। इधर छत्तीसगढ़-एमपी बॉर्डर पर एक बाघ देखा गया।
बाघ का मूवमेंट मनेंद्रगढ़ वनमंडल में।
जनकपुर से 10 किमी दूर शहडोल में दोबारा नजर आया बाघ
वनमंडल मनेंद्रगढ़ के परिक्षेत्र जनकपुर-कुंवारपुर में तेंदुए की दहशत के बाद अब मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ बॉर्डर के उस पार बाघ नजर आया है। शहडोल जिले के ग्राम बनसुकली शारदपुर स्थित ओदारी नाले में शाम को उसे पानी पीते देखा गया है। वहीं दो दिन बाद बाघ जनकपुर-शहडोल मार्ग के बीच ग्राम छोटी सीधी में नजर आया है। हालांकि यह एरिया वनपरिक्षेत्र जनकपुर से करीब 10 किलोमीटर दूर और बॉर्डर के उस पार है। लेकिन बाघ के बॉर्डर पार कर जनकपुर जंगल में पहुंचने की आशंका जताई गई है। कोरिया के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 5 बाघ हैं, जो संजय गांधी टाइगर रिजर्व सीधी एरिया तक विचरण करते रहते हैं।
गाय का शिकार कर बाघ जंगल की ओर भागा
मनेंद्रगढ़ वनमंडल के वन परिक्षेत्र कुवांरपुर में भी 3 दिन पहले गाय का शिकार कर बाघ जंगल में छिप गया। ग्रामीणों के अनुसार, बाघ वन परिक्षेत्र कुवांरपुर के जैती बीट मौआरटोला के पास लगे यूकेलिप्टस के पेड़ों के घने घास के जंगल में घुस गया। यह क्षेत्र संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है। हालांकि वन परिक्षेत्र कुवांरपुर के डिप्टी रेंजर शैलेंद्र त्रिवेदी ने बताया था कि वन परिक्षेत्र कुवांरपुर, वन परिक्षेत्र जनकपुर, गुरु घासीदास नेशनल पार्क जनकपुर के अधिकारी-कर्मचारी जैतीपारा के आसपास बाघ को ट्रेस करने में लगे हुए हैं।