Wednesday, December 31, 2025

              CG: अफसरों का अनुमान, बड़ी वारदात की प्लानिंग थी नक्सलियों की… फर्जी सूचना देकर बुलवाया जवानों को, फिर घात लगाकर किया हमला

              राजनांदगांव: बोरतलाव में महाराष्ट्र बॉर्डर पर थाने से डेढ़ किमी दूर हुई वारदात को नक्सलियों के बड़े ट्रैप से भी जोड़कर देखा जा रहा है। आशंका है कि नक्सलियों ने बड़ी प्लानिंग की थी, इसके चलते ही 15 से 20 नक्सली पूरी तैयारी से मौके पर पहुंचे थे। शहीद जवान राजेश सिंह और ललित समरथ की चेक पाइंट पर रेग्युलर ड्यूटी नहीं थी, इसके बाद भी दोनों मौके पर पहुंचे।

              अफसरों को आशंका है कि दोनों जवानों को फर्जी सूचना देकर मौके पर बुलाया गया था, इसके बाद घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। नक्सलियों की क्रूरता यही नहीं थमी, उन्होंने जवानों पर पत्थरों से भी ताबड़तोड़ हमला किया और सिर तक कुचले। इसके बाद उनकी बाइक में भी आग लगा दी गई।

              नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से आमतौर पर चेक पाइंट पर जवान हथियार के साथ ही मौके पर पहुंचते हैं, लेकिन सुबह 8 बजे राजेश सिंह और ललित समरथ दोनों ही निहत्थे मौके पर पहुंचे थे। जिन पर नक्सलियों ने इंसास, एके 47 और थ्री नॉट थ्री हथियार से करीब 15 से 16 राउंड गोलियां चलाई है। जिस तैयारी से नक्सली मौके पर पहुंचे थे, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्होंने बड़ी योजना तैयार की थी। एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि घटना किन परिस्थितियों में घटी है, उसकी जांच की जाएगी।

              इधर पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहीद जवानों के फोन कॉल की भी जांच होगी, इससे ही स्पष्ट हो सकेगा कि दोनों जवानों को किसने सूचना दी, जिसके बाद वे बार्डर में पहुंचे थे।

              ललित की सांसें चल रही थी राजेश को 7 गोलियां लगीं
              नक्सलियों ने दोनों जवानों पर 15-16 राउंड फायरिंग की है। इसमें करीब 7 गोली प्रधान आरक्षक राजेश सिंह को लगी। वहीं ललित के शरीर पर भी तीन से चार गोलियां लगी है। मौके पर जब पुलिस टीम पहुंची तो ललित की सांसें चल रही थी, जिसे डोंगरगढ़ हास्पिटल पहुंचाने का प्रयास किया गया, लेकिन हास्पिटल पहुंचने से पहले ही ललित ने दम तोड़ दिया।

              दोनों शव को डोंगरगढ़ हास्पिटल में पीएम के लिए लाया गया।
              दर्रेकसा एरिया कमेटी का हाथ होने की आशंका

              वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली मौके से भाग निकले है। आसपास के हिस्से में पुलिस सर्च ऑपरेशन भी चला रही है। बोरतलाव क्षेत्र में दर्रेकसा एरिया कमेटी लंबे समय से सक्रिय रही है, आशंका है कि वारदात को इसी कमेटी के स्मॉल एक्शन टीम ने अंजाम दिया है। नक्सली इन दिनों टीसीओसी कैंपेन भी चला रहे हैं।

              इस दौरान नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देते हैं। हर साल टीसीओसी कैंपेन मार्च से शुरू होती है, लेकिन इस बार नक्सलियों ने फरवरी में ही कैंपेन शुरू किया है। इसी के तहत वारदात को अंजाम दिया गया है।


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