महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा में एक दिलदहला देने वाले सड़क हादसे में दादा-पोते की मौत हो गई। दरअसल, शनिवार को कानपुर-सागर हाईवे पर एक स्कूटी तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आ गई। इस दौरान बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई, लेकिन 6 साल का पोता डंपर के अगले हिस्से में स्कूटी समेत फंस गया। डंपर का ड्र्राइवर बच्चे और स्कूटी को 2 किलोमीटर तक घसीटता ले गया।
घटना के दौरान आसपास मौजूद लोगों ने बाइक से डंपर का पीछा किया और रोकने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन ड्राइवर नहीं रुका। इस दौरान डंपर की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि सड़क से चिंगारी निकल रही थी। घटना का एक वीडियो सामने आया है।
हादसे में 6 साल के सात्विक और उसके दादा उदित नारायण की मौत हो गई। पुलिस ने बच्चे के शव के टुकड़े एकत्र कर पोस्टमॉर्टम के लिये भेजे।
पोते को घुमाने निकले थे रिटायर्ड शिक्षक
बताया जा रहा है कि हमीरपुर चुंगी के पास रहने वाले रिटायर्ड टीचर उदित नारायण (67) अपने 6 साल के पोते सात्विक पुत्र नीरज को स्कूटी से घुमाने के लिए निकले थे। तभी महोबा से कबरई की ओर जा रहे तेज रफ्तार डंपर ने स्कूटी में टक्कर मार दी।
हादसे में उदित नारायण की मौत हो गई, जबकि स्कूटी सहित पोता सात्विक डंपर के नीचे फंस गया। तकरीबन 2 किलोमीटर तक घिसटता चला गया। जब तक लोगों ने पीछा कर ट्रक को रुकवाया तब तक सात्विक के शव के चीथड़े उड़ चके थे।
डंपर के नीचे फंसी स्कूटी से अंजान चालक वाहन को सड़क पर दौड़ाता रहा।
लोग चिल्लाए, पत्थर मारे तब रोका ट्रक
हादसे के समय लोगों ने ट्रक को रोकने की बहुत कोशिश की मगर वो इसे अनसुना करता रहा। इस दौरान लोगों ने ट्रक पर पत्थर मारे, जिसके बाद ड्राइवर ने ट्रक को रोका और उतरकर खेतों में भागने लगा। लोगों ने उसे करीब 500 मीटर तक दौड़ाकर उसे पकड़ा और जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पीएम के लिए भेजा।
ड्राइवर बोला- स्कूटी और बच्चे के फंसने का पता नहीं चला
बताया जा रहा है कि ट्रक ड्राइवर ने हादसे के बाद डर की वजह से गाड़ी नहीं रोकी। उसे पब्लिक के हाथों पिटाई का डर सता रहा था। उसने बताया कि चिल्लाने और पत्थर मारने पर जब ट्रक रोका तब उसे स्कूटी के साथ मासूम के फंसे होने की जानकारी हुई।
पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
कानपुर का रहने वाला है ड्राइवर
हादसे की सूचना पाकर एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, सीओ सिटी रामप्रवेश राय सहित शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेजा गया। चालक की पहचान राम बहादुर थाना ग्राम संडौली थाना साड़ जनपद कानपुर नगर के रूप में हुई है।
मां बोली- बाबा का दुलारा था बेटा
सात्विक शहर के निजी स्कूल में KG का छात्र था। सात्विक की मां रुचि सरकारी अध्यापक हैं, जबकि पिता नीरज ग्लोबल हॉस्पिटल में फार्मासिस्ट हैं। सात्विक की मौत के बाद माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। रुचि ने बताया कि सात्विक को उसके बाबा बहुत प्यार करते थे। वह उसे अक्सर स्कूल से छुट्टी के बाद घुमाने ले जाते थे। शनिवार को भी सात्विक बाबा के साथ घूमने निकला था।