कांकेर: जिले के चारामा के पास कार में आग लगने के बाद से लापता सिकदार परिवार का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। हादसे के 36 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस अलग-अलग टीम बनाकर लापता परिवार की तलाश कर रही है। मामला चारामा थाना क्षेत्र का है।
पखांजूर निवासी सिकदार परिवार 1 मार्च की रात अपनी कार से धमतरी से अपने घर लौट रहा था। 1 मार्च की रात पूरी गांव के पास करीब 11 बजे मार्ग से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी कि एक कार में भीषण आग लगी है। रात में जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब कार में कोई नजर नहीं आया। गुरुवार सुबह कार में सफर कर रहे सिकदार परिवार के परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया और बताया कि कार में समीर सिकदार (29 वर्ष), उनकी पत्नी जया (26 वर्ष) और दो बच्चे दीप (7 वर्ष) व कृतिका (4 वर्ष) सवार थे।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को भी जांच के लिए मौके पर बुलाया गया है। फिलहाल बॉडी के कोई अवशेष नहीं मिले हैं।
पुलिस ने चारों की तलाश शुरू की, फॉरेंसिक टीम भी मौके पर बुलाई गई, जिसने जांच के बाद कार में शव के अवशेष नहीं होने की जानकारी दी। जिसके बाद से अब तक चारों का कोई पता नहीं चल सका है। वे न तो अब तक घर पहुंचे हैं और न तो फोन द्वारा किसी भी रिश्तेदार से संपर्क ही किया है। समीर सिकदार 4 लाख से अधिक रकम लेकर धमतरी के व्यापारी के पास से निकले थे। वो पोल्ट्री व्यवासायी हैं और उनका खुद का पोल्ट्री फार्म है। इस बात के मद्देनजर पुलिस अपहरण से लेकर सभी एंगल पर जांच कर रही है, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
आग के कारण कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है।
जगदलपुर से बुलाई गई फॉरेंसिक टीम
पुलिस ने शुक्रवार को जगदलपुर से भी फॉरेंसिक टीम बुलाई है, जो एक बार फिर जली हुई कार की जांच करेगी। इसके साथ ही घटनास्थल पर भी फॉरेंसिक और डॉग स्क्वॉड की टीम दोबारा जांच करेगी, ताकि अगर कोई चीज छूट रही होगी, तो उस पर फिर से गौर किया जा सके। जिस जगह दुर्घटना हुई है, वो सुनसान इलाका है, ऐसे में किसी ने भी घटना होते नहीं देखा। अब फॉरेंसिक और डॉग स्क्वॉड की मदद से पुलिस एक बार फिर किसी भी तरह का सुराग हासिल करना चाहती है, ताकि लापता परिवार का पता लगाया जा सके।