बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। बिलासपुर में कोविड से महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और टेस्टिंग बढ़ाने का दावा किया जा रहा है। बुधवार को एक ही दिन में कोरोना के 6 नए मामले सामने आने के बाद नए वेरिएंट H3N2 का खतरा बढ़ गया है। लिहाजा, स्वास्थ्य विभाग ने नवरात्र पर्व पर लोगों को भीड़-भाड़ से बचने और सावधानी बरतने की अपील की है।
देश में पिछले कुछ हफ्तों से कोविड-19 के नए मामलों में अचानक तेजी देखने को मिल रही है। लेकिन, इसे लेकर छत्तीसगढ़ में अभी भी उदासीनता बरती जा रही है। बिलासपुर में 42 वर्षीय महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने का दावा किया है। लेकिन, अभी भी बंद सेंटर नहीं शुरू किए गए हैं। कोरोना को लेकर लोग अब भी लापरवाही बरत रहे हैं। जिला अस्पताल और सिम्स में जब जांच शुरू हुई, तब एक ही दिन में 6 नए केस मिलने से अफरातफरी मच गई। अब शहर में एक्टिव केस सात हो गई है। ऐसे में कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है।
अस्पतालों में मरीजों की नहीं हो रही कोरोना जांच, लोग कोरोना गाइडलाइन का भी नहीं कर रहे पालन।
H3N2 का बढ़ा खतरा, जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा सेंपल
देश में कोरोना के नए वेरिएंट H3N2 के एक्टिव होने की आशंका है। ऐसे में CMHO डॉ. अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि जिले में मिल रहे नए मरीजों के सैंपल की जांच के लिए रायपुर लैब भेजा जाएगा। ताकि, यह पता लग सके कि मरीजों में नए वेरिएंट है या नहीं। फिलहाल जितने भी मरीज मिले हैं, उनमें पुराने सिम्टम्स का ही पता चला है। इसके साथ ही जितने भी मरीज मिले हैं, उनके संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए ट्रेवल हिस्ट्री का भी पता लगाया जा रहा है।
देशभर में एक बार फिर से कोरोना के नए वेरिएंट H3N2 ने बढ़ाई चिंता।
जमीनी स्तर पर नहीं है कोई तैयारी, सिर्फ निर्देश जारी
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अमला अलर्ट नहीं है और लगातार लापरवाही बरती जा रही है। अफसर सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट जारी करने का दावा कर रहे हैं। इसके साथ ही बंद टेस्टिंग सेंटर को फिर से शुरू करने की बात कही जा रही है। लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और है। न तो सरकारी अस्पताल में मरीजों की जांच की जा रही है और न ही नए जांच केंद्र शुरू किए गए हैं।
तीन माह बाद मिले नए केस, महिला की मौत
जिले में पिछले तीन माह से कोरोना के एक भी मरीज नहीं मिले थे। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग का अमला भी निश्चिंत हो गया था। लेकिन, हकीकत यह है कि तीन माह से कोरोना की जांच ही नहीं की जा रही थी। यहां तक कि सिम्स में पिछले छह-सात महीने से वायरोलॉजी लैब बिना स्टाफ के चल रहा है। फिर भी अधिकारियों का यहां कोई ध्यान ही नहीं है।
नए मामले बढ़ने के बाद कोरोना जांच सेंटर फिर से शुरू करने दिए गए हैं निर्देश।
यहां मिले नए मरीज
बुधवार को जिले में 6 नए कोरोना के मरीज मिले हैं। इसमें रिंग रोड-2 निवासी 65 वर्षीय पुरूष, 13 वर्षीय किशोर, जेपी हाइट सोम विहार मंगला निवासी 42 वर्षीय पुरूष, वार्ड नंबर छह कोटा निवासी 26 वर्षीय महिला, मुक्तिधाम चौक सरकंडा निवासी 45 वर्षीय महिला और सरकंडा निवासी 41 वर्षीय युवक शामिल है। नए मरीज मिलने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने सभी सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पताल प्रबंधनों को भी अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही लोगों को नवरात्र पर्व पर विशेष सावधानी बरतने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है।