रायगढ़: छाल और धरमजयगढ़ रेंज में घूम रहे हाथियों के दल ने बुधवार रात अपना ठिकाना बदल लिया। इनमें से अधिकांश हाथियों के अभी इन्हीं दो रेंज में रहने की संभावना है। वहीं यह भी आशंका जताई जा रही है कि इसमें से हाथियों का एक दल कोरबा के जंगल की ओर भी जा सकता है। वन विभाग के अधिकारियों ने दोनों रेंज के आसपास के गांवों के रहवासियों को जंगल में नहीं जाने और सतर्क रहने अलर्ट किया है। बुधवार को छाल और धरमजयगढ़ रेंज के अलग-अलग बीट में हाथियों का अलग-अलग दल चारा और पानी की तलाश में पहुंच गया था।
वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दोनाें रेंज के 15 अलग-अलग बीट में नर, मादा और बच्चे मिलाकर 54 हाथी घूम रहे हैं। इन दलों में हाथियों की संख्या भी अलग-अलग है। सबसे अधिक 22 हाथियों का दल धरमजयगढ़ रेंज के आमगांव बीट में देखा गया है। इसी तरह 20 हाथी इसी रेंज के काेयलार बीट में जमे हुए हैं। जब ये हाथी सड़क पर कर रहे थे, तो आधे घंटे तक मार्ग जाम रहा। हाथियों के इस दल ने छाल रेंज के औरानारा बीट में मूंगफली और धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। इसी तरह धरमजयगढ़ रेंज के प्रेमनगर में भी रबी में लगाई गई फसल को रौंदा है।
किस स्थान पर कितने हाथी
कोयलार बीट: 2 नर, 12 मादा और 6 बच्चे, कुल 20 हाथी।
आमगांव बीट: 2 नर, 12 मादा और 8 बच्चे, कुल 22 हाथी।
छाल रेंज: 5 नर, 2 मादा और 2 बच्चे सहित 9 हाथी।
इन बीटों में हाथियों का जमावड़ा : छाल रेंज के ग्राम कीदा, लोदान, औरानारा, छाल, बनहर, बसेरागार, हाटी और धरमजयगढ़ रेंज के कोयलार, रूपुंगा, आमगांव, बायसी, पोटिया बीट में ये गजराज दल जमा हुआ है। इनमें से अधिकांश हाथियों के दल का फिलहाल इन्हीं दो रेंज में जगह बदलकर रहने की संभावना वन विभाग के अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में जताई है। कोयलार में 20 हाथियों का दल कोरबा की ओर से आया है। वहीं रूपुंगा के एक हाथी के वापस कोरबा की ओर जाने की संभावना जताई गई है।