बलौदाबाजार: जिले में एक युवक तहसीलदार की गाड़ी के सामने लेट गया। सामने लेटकर वो कहने लगा कि मुझे न्याय मिलना चाहिए, नहीं उठूंगा मैं, मर जाऊंगा। यदि मेरा घर तोड़ा गया है तो सबका घर तोड़ना चाहिए। ऐसे नहीं चलेगा। इस बात को लेकर युवक और उसके साथी काफीे देर तक तहसीलदार से बहस करते रहे। पूरा विवाद अतिक्रमण हटाने से जुड़ा है।
कसडोल ब्लॉक के टुन्ड्रा तहसील के हसुवा गांव में कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है। यही वजह है कि प्रशासन ने कुछ दिन पहले रेशमलाल, टीकम साहू, राजेश कुमार और श्यामलाल को नोटिस दिया गया था। नोटिस में अतिक्रमण हटाने को लेकर निर्देश दिए गए थे। बताया गया कि नोटिस के बाद भी इन लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। इस बीच अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार चित्ररेखा चन्द्रवंशी खुद अपनी टीम के साथ शनिवार को गांव पहुंच गई। इसके बाद टीकम साहू के घर को तोड़ दिया गया। बस इसी बात को लेकर विवाद हो गया।
कार्रवाई के मद्देनजर पुलिस की टीम को भी बुलाया गया था।
तहसीलदार ने फोन नहीं उठाया
प्रशासन की टीम के पहुंचते ही टीकम साहू ने एसडीएम से शिकायत भी की। इस पर एसडीएम के रीडर ने तहसीलदार को फोन भी किया था। मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया और कार्रवाई कर दी। अब इसे पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब सामने आया है।
पीड़ित बोला-भेदभाव किया गया
इसके बाद टीकम साहू के बेटे योगेश साहू ने हंगामा कर दिया। बताया ये भी गया है कि टीकम के यहां कार्रवाई करने के बाद तहसीलदार वापस लौट रही थीं। बाकी के घरों को तोड़ा नहीं गया था। ये देखकर योगेश औऱ नाराज हो गया और उसने तहसीलदार से विवाद करना शुरू कर दिया। वो जमीन पर लेट गया और कहने लगा कि ये गलत है। केवल मेरे घर को तोड़ा गया है हमसे भेदभाव किया जा रहा है।
अतिक्रमण हटाने के दौरान योगेश के कुछ साथियों ने तहसीलदार से बहस भी की।
तहसीलदार बोलीं-मैं आपके हिसाब से कार्रवाई नहीं करूंगी
उधर, पुलिस की टीम भी मौके पर थी। पुलिस ने किसी तरह से तहसीलदार की गाड़ी के सामने से युवक को हटाया। तब जाकर तहसीलदार रवाना हुईं। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि जिसके खसरे का नोटिस है। वो तोड़ा गया है। मैं आपके हिसाब से कार्रवाई नहीं करू्ंगी।