कोरबा: जिले के सीतामणी राम मंदिर के पास सड़क हादसे में दादा-पोते की मौत के बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा। बुधवार को आक्रोशित लोगों ने 10 घंटे तक सीतामणी चौक पर चक्काजाम कर दिया। इससे कोरबा-चांपा मार्ग पर यातायात ठप हो गया। पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपए मुआवजा देने, भारी वाहनों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने के आश्वासन के बाद चक्काजाम खत्म किया गया। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
बता दें कि कोरबा जिले में बुधवार को मॉर्निंग वॉक पर निकले दादा-पोते की मिट्टी लोडेड ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गई थी, जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने सीतामणी चौक पर चक्काजाम कर दिया। इसकी वजह से कोरबा-चांपा मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। सीतामणी निवासी विष्णुदेव ताती (55 वर्ष) अपने 3 साल के पोते चिराग ताती को लेकर सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे।
आक्रोशित लोगों ने 10 घंटे तक सीतामणी चौक पर चक्काजाम कर दिया।
10 घंटे तक चला चक्काजाम
आक्रोशित लोगों ने सीतामणी चौक पर चक्काजाम कर दिया। लोगों के साथ निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग डटे रहे। लोगों के विराध को देखते हुए महापौर राजकिशोर प्रसाद भी मौके पर पहुंचे हुए थे।
3 साल के चिराग ताती और उसके दादा की सड़क हादसे में हुई मौत।
पक्ष और विपक्ष के नेता मौके पर इकट्ठा होकर लोगों के हितों को लेकर पुलिस-प्रशासन से बात करते नजर आए। उन्होंने रेत और मिट्टी के अवैध उत्खनन और परिवहन पर रोक लगाने की मांग की, जिसे मानते हुए प्रशासन ने खनिज विभाग को पत्र जारी कर अवैध कार्य पर जल्द से जल्द लगाम लगाने की बात कही।
पीड़ित परिवार, स्थानीय लोग, महापौर राजकिशोर प्रसाद, निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल धरनास्थल पर।
पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझाते रहे, लेकिन वे नहीं माने। पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपए मुआवजा, भारी वाहनों पर शहर में प्रतिबंध, सड़क पर स्पीड ब्रेकर की मांग पर अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोगों ने चक्काजाम खत्म किया। चक्काजाम करीब 10 घंटे तक चला। लोगों के सीतामणी चौक पर से हटने के बाद यातायात बहाल कराया गया।