सिपाही अक्षय कुमार नागरे दुर्ग के एसपी ऑफिस में पदस्थ था।
DURG: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक आरक्षक की तालाब में लाश मिली है। शव करीब दो दिन पुराना है। उसके पास मिले आईकार्ड से उसकी पहचान अक्षय कुमार नागरे के रूप में हुई है। कॉन्स्टेबल की मौत हत्या या कोई अन्य कारण है इसकी जांच जारी है।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार शाम 5 बजे के करीब पुलिस लाइन के पीछे स्थित तालाब में किसी ने एक युवक की लाश तैरते हुए देखा। उसने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। स्थानीय लोगों की मदद से शव को पानी से बाहर निकाला गया। शव की जांच की गई तो जेब से पुलिस विभाग का आई कार्ड मिला। जिससे मृतक की पहचान आरक्षक 0894 अक्षय कुमार नागरे के रूप में हुई। वो दुर्ग एसपी ऑफिस में पदस्थ था।
आरक्षक की मौत कैसे हुई? उसका शव तालाब में कैसे आया? इन सब सवालों का जवाब जानने के लिए पुलिस आरक्षक के पास मिले मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है। साथ उसके परिजनों और दोस्तों से पूछताछ की जा रही है।
शव की जेब से मिला आरक्षक का आईकार्ड, दुर्ग एसपी आफिस में पोस्टेड था अक्षय कुमार नागरे।
पीएम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा मौत का कारण
दुर्ग पुलिस का कहना है कि उन्होंने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए दुर्ग जिला अस्पताल भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि आरक्षक की मौत कैसे हुई। उसकी हत्या करके तालाब में फेंका गया या किसी और कारण से उसकी मौत हुई। फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच करने में जुटी हुई है।
पुलिस विभाग में हड़कंप
इस तरह एक जवान की लाश तालाब में तैरती हुई मिलने से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। कुछ लोग हत्या की बात कह रहे हैं तो कुछ का कहना है कि ये खुदकुशी या किसी अन्य कारण से भी हो सकता है। फिलहाल पुलिस इस बारे में कुछ भी साफ जवाब नहीं दे रही है।