कोरबा: जिले के पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक क्रांति सिंह राजपूत (29 वर्ष) की लाश पथर्रीपारा स्थित उसके साथी के घर पर संदिग्ध हालत में पाई गई है। पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक क्रांति सिंह को 2 महीने पहले जिला न्यायालय में मोहर्रिर के तौर पर भेजा गया था, लेकिन वो उसी समय से ड्यूटी पर नहीं जा रहा था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि मृत आरक्षक क्रांति सिंह राजपूत बुधवार रात को अपने साथी के घर पर सोने गया था। गुरुवार सुबह उसकी लाश संदिग्ध हालत में मिली, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि क्रांति सिंह दो महीने से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था। वो पुलिस लाइन से भी गैर हाजिर था, जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई थी।
इसी कमरे में आरक्षक की लाश जमीन पर पड़ी हुई मिली।
पुलिस ने बताया कि फिलहाल मकान को सील कर दिया गया है और परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है। मृत आरक्षक बिलासपुर जिले का रहने वाला था, जहां से उसके परिजन कोरबा आने के लिए निकल चुके हैं। उनके आने के बाद ही पंचनामा की कार्रवाई पूरी की जाएगी। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा। मृतक के शरीर पर चोट के किसी भी तरह के निशान नहीं पाए गए हैं।
अपने दोस्त के घर रात में सोने गया था पुलिस आरक्षक क्रांति सिंह राजपूत।
कोरबा CSP विश्वदीपक त्रिपाठी ने बताया कि घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठे किए गए हैं। जांच के बाद ही पता चलेगा कि आरक्षक की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजहों का खुलासा हो सकेगा। पुलिस ने इस मामले में फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को भी लगाया है, साथ ही विशेष पुलिस टीम भी तैयार की गई है, जो इस मामले की जांच करेगी।
जमीन पर पड़ी आरक्षक क्रांति सिंह राजपूत की लाश।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर आरक्षक जमीन पर पड़ा हुआ मिला। गुरुवार सुबह जब उसके दोस्त ने आरक्षक को देखा, तो उसने तुरंत सिविल लाइन थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। आरक्षक क्रांति सिंह राजपूत की बाइक घर के बाहर खड़ी हुई मिली है, पुलिस ने उसे भी जब्त कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मृत आरक्षक की शादी नहीं हुई थी और वो पुलिस लाइन में ही रहता था। हालांकि वो अक्सर अपने दोस्तों के घर भी रुक जाया करता था।