उत्तर बस्तर कांकेर: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनांतर्गत जिले के गौठानों में विभिन्न आयमूलक नवाचार किया जा रहा है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार गौठानों में वर्मी खाद का उत्पादन कर उसका विक्रय किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ गांव की महिला स्व सहायता समूह को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराई जा रही है। विकासखंड भानुप्रतापपुर के मॉडल गौठान चिल्हाटी की दीदी बहना महिला स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।
चिल्हाटी गौठान की वर्मी उत्पादक महिला समूह की अध्यक्ष हिरोतीन गोटा ने बताया कि कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रवीण कवाची के तकनीकी मार्गदर्शन से समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन कार्य मे दक्षता हासिल की है। जिसके परिणाम स्वरूप गोधन न्याय योजना से बीते वर्ष 2021-22 में 305 क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन एवं उसका विक्रय कर समूह की महिलाओं द्वारा किया जा चुका है। जिसे लेम्पस के माध्यम से विक्रय कर लगभग 03 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त हुई है। इसी प्रकार खरीफ वर्ष 2023 में मानसून खेती शुरू होने से पहले ही कोरर लैम्पस में 670 बैग वर्मी खाद अथवा 201 क्विंटल विक्रय कर लगभग 02 लाख रुपये आय अर्जित किये हैं। वर्मी खाद का भंडारण कोरर लैम्पस में किसानों को बिक्री हेतु उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की यह योजना गांव की महिला स्व सहायता समूह के लिए वरदान साबित हो रही है, जिसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किये हैं।