रायपुर: छत्तीसगढ़ भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि पार्टी में मेरी छवि और गरिमा को लगातार आहत किया जा रहा था। मेरे लिए आत्मसम्मान सबसे पहले है। इसलिए मेरे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा।
सोशल मीडिया पर साय का इस्तीफा भी वायरल हो रहा है। ट्विटर पर उन्होंने अपना बयान पोस्ट किया था, हालांकि इसके कुछ सेकंड बाद ही उन्होंने उसे डिलीट कर दिया। लेकिन फेसबुक पर उनका बयान अब भी मौजूद है। साय ने अपना मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर लिया है। इस्तीफे की बात पर उनकी ओर से कोई भी चर्चा मीडिया से नहीं की जा रही है।
ट्विटर पर भी नंदकुमार साय ने ट्वीट कर दिया है अपना इस्तीफा।
मीडिया के सवालों से बचते नजर आए। हालांकि ट्विटर पर ट्वीट करते हुए नंदकुमार साय ने पार्टी से इस्तीफे की बात लिखी और अपने अंदाज में संगठन के नेताओं को धन्यवाद दे दिया।
साय के लेटर हेड पर लिखा इस्तीफा भी हो रहा वायरल।
मेरे खिलाफ साजिशें- साय
नंदकुमार का इस्तीफा सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। साय के लेटर पैड का इस्तेमाल किया गया है। लिखा गया है कि मेरे खिलाफ राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से षड्यंत्र किए गए। छवि धूमिल करने का काम किया गया। इसी से परेशान होकर इस्तीफा दे रहा हूं। वायरल लेटर पर यह भी लिखा गया है कि मुझे संगठन ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी इसके लिए धन्यवाद।
नंदकुमार साय ने सोशल मीडिया में अपना बयान का वीडियो शेयर किया है।
नाराजगी दूर कर ली जाएगी- अरुण साव
साय के इस्तीफ पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा इस्तीफा मिला है। हमेशा से नंदकुमार साय संगठन के प्रमुख पदों पर रहे हैं। अगर किसी प्रकार की नाराजगी होगी तो उनसे चर्चा कर दूर कर ली जाएगी और उनका इस्तीफा वापस हो जाएगा।
नंदकुमार साय के इस्तीफे पर कांग्रेस ने ट्वीट कर भाजपा पर कसा तंज।
साय के इस्तीफे पर कांग्रेस का तंज
नंदकुमार साय के इस्तीफे पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसा है। कांग्रेस की ओर से ट्विटर पर पोस्ट किया गया है कि एक बार फिर साबित हो गया है कि भाजपा आदिवासी विरोधी है। साय का इस्तीफा इसका सीधा उदाहरण है।
कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा- बीजेपी आदिवासी विरोधी
कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा आदिवासी विरोधी है। पहले विश्व आदिवासी दिवस के दिन पार्टी ने विष्णुदेव साय को पद से हटाया था। पार्टी में आदिवासी नेताओं की लगातार अनदेखी की जा रही है जिसके कारण अब साय ने इस्तीफा दे दिया है।