जगदलपुर: हाल ही में राजस्थान से बस्तर आए एक मजदूर ने राजस्थान में अपने मालिक से 2 लाख 50 हजार रुपए उधार लिए थे। फिर, करीब 2 साल 7 महीने तक मालिक के फार्म हाउस पर काम किया और 1 लाख 80 हजार चुका दिया। बाकी के पैसे लौटाए बिना बस्तर आ गया। जिससे गुस्साए मालिक ने मजदूर के भाई का अपहरण कर लिया। हालांकि, पुलिस ने बीच रास्ते ही आरोपियों को पकड़ लिया। जिन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, मूलतः राजस्थान के रहने वाले पवन कुमार अब परिवार समेत बस्तर आ गए हैं। पिछले कुछ महीनों से वे जगदलपुर से लगे आसना में रहकर मजदूरी का काम कर रहे हैं। पवन का कहना है कि उनके पिता गंगाराम ने अपने मालिक सूरजमल जैन (69) से ढाई लाख रुपए उधार में लिए थे। जिसके बाद उनके फार्म हाउस में काम कर उन्होंने 1 लाख 80 हजार रुपए तो चुका दिए, लेकिन शेष के पैसे बाकी रह गए थे। सूरजमल रोजाना घर आता था और पिता के साथ रोज दुर्व्यवहार करता था।
जिससे तंग आकर पूरा परिवार बस्तर के आसना में आकर रहने लगा। सभी मजदूरी का काम करने लगे। इस बात की खबर सूरजमल को मिली। जिसके बाद 1 मई को सूरजमल और मोहन उर्फ हेमंत राठौर उनके आसना में स्थित घर पहुंचे। पिता को उठाकर अपने साथ लेकर जा रहे थे। लेकिन उन्होंने किसी तरह से चकमा दिया और उनके चंगुल से भाग निकले। जिसके बाद पिता के भाई और पवन के चाचा सुरेश कुमार को सूरजमल और मोहन जबरदस्ती इनोवा गाड़ी में बिठाकर उनका अपहरण करके अपने साथ राजस्थान ले जाने निकल गए।
जिसकी सूचना सिटी कोतवाली थाने में दी गई। जिसके बाद पुलिस ने राजनांदगांव और महाराष्ट्र के पुलिस थानों से संपर्क किया। गाड़ी नंबर और हुलिया बताया। दोनों जगहों पर पुलिस ने चेकपोस्ट लगाया। महाराष्ट्र के कारडा पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया । जिसके बाद उन्हें बस्तर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।