Friday, November 22, 2024
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‘मेरी नहीं तो किसी की नहीं’… इसलिए की टीचर की हत्या; बोला- 25-25 हजार की शॉपिंग करवाई, आईफोन दिया’ घर के खर्चे तक के लिए पैसे लेती थी

अजमेर: ‘मेरी नहीं तो किसी की नहीं’… यही सोचकर 34 साल के विवेक उर्फ विवान ने 32 साल की महिला टीचर कीर्ति चौहान की हत्या कर दी। विवान कीर्ति से शादी करना चाहता था। मंगलवार को वह कीर्ति से मिला और कहा- शादी करोगी। कीर्ति के इनकार करते ही उसका गुस्सा फूट पड़ा। उसने चाकू निकालकर कीर्ति पर ताबड़तोड़ वार कर उसका मर्डर कर दिया था। अजमेर में सरेआम हुई महिला टीचर की हत्या मामले में पुलिस ने ये खुलासा किया है।

आइए, जानते हैं एडिशनल एसपी सिटी सुशील कुमार विश्नोई ने क्या बताया…

शादीशुदा था महिला टीचर
अलवर गेट थाना अंतर्गत नाका मदार चौकी के नजदीक मंगलवार को कीर्ति चौहान की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में विवेक को गिरफ्तार किया गया है। वह कार ड्राइवर है। विवेक कीर्ति का पहले से परिचित था। वह कीर्ति से प्रेम करता था। उससे शादी करना चाहता था। कीर्ति पहले से ही शादीशुदा थी। उसकी एक बच्ची है। कीर्ति का पति वर्तमान में चेक बाउंस के मुकदमे में अजमेर के सेंट्रल जेल में बंद है।

पुलिस गिरफ्त में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाली कीर्ति चौहान का हत्यारोपी विवेक उर्फ विवान। विवान पेशे से ड्राइवर है।

पुलिस गिरफ्त में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाली कीर्ति चौहान का हत्यारोपी विवेक उर्फ विवान। विवान पेशे से ड्राइवर है।

महिला टीचर के दोस्त ने समझाने का किया था प्रयास
पिछले कुछ दिनों से कीर्ति विवेक से बात नहीं करती थी। विवेक को शंका हुई की कीर्ति किसी दूसरे व्यक्ति से बातचीत करती है। इसलिए उससे बात नहीं करती है। इस शंका को लेकर मंगलवार को कीर्ति के दोस्त प्रोफेसर अनिल शर्मा ने विवेक को समझाने की कोशिश की। उस बातचीत से कोई हल नहीं निकला। फिर सभी अपने घर जा रहे थे। उस समय शादी से मना करने पर विवेक ने कीर्ति पर चाकू से हमला कर दिया।

महिला टीचर के दोस्त प्रोफेसर अनिल शर्मा से पूछताछ करती अलवर गेट पुलिस।

महिला टीचर के दोस्त प्रोफेसर अनिल शर्मा से पूछताछ करती अलवर गेट पुलिस।

दिनदहाड़े टीचर की हत्या करने वाले ने क्या कहा, पढ़िए

एसपी ऑफिस के बाहर विवेक ने मीडिया को बताया- ढाई साल से वह कीर्ति के संपर्क में था। वह उसका इस्तेमाल कर रही थी। जब उसके दूसरे दोस्त के बारे में पता चला तो उसने यह कदम उठाया। मंगलवार को कीर्ति जब अपने अन्य दोस्त के साथ मिलने आई तो अनिल ने उससे गाली-गलौज की। इससे उसे गुस्सा भी आ गया। उसने जो हत्या की है, इसका उसे कोई पछतावा नहीं है। चाकू तो उसके बैग में हमेशा ही पड़ा रहता है।

सोशल मीडिया पर मिले थे दोनों

विवेक ने कहा- जब उसने उसकी हत्या की तो सिर्फ यही सोचा कि ‘मेरी नहीं तो किसी की नहीं’। कई बार कीर्ति ने हजारों रुपए लिए। घर के खर्चे के लिए भी कई बार उसे पैसे दिए थे। 25-25 हजार तक की शॉपिंग भी करवाई थी। पैसे के साथ ही उसे आईफोन भी गिफ्ट किए थे। कीर्ति से सोशल मीडिया के जरिए मैं संपर्क में आया था।

स्कूल में टीचर थी महिला

कीर्ति चौहान अजमेर के कोटड़ा के प्राइवेट स्कूल में टीचर थी। अप्रैल में प्रोफेसर अनिल शर्मा से उसकी दोस्ती हुई थी। विवेक के बारे में प्रोफेसर अनिल को भी जानकारी दी थी। मंगलवार को तीनों एक रेस्टोरेंट में मिले थे। इसके बाद विवेक ने कीर्ति की हत्या कर दी थी।




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