नारायणपुर: छ्त्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में पुलिस ने हाल ही में करीब 42 लाख रुपए की एक ट्रक शराब पकड़ी थी। मामले के 13 दिन बाद शराब की तस्करी करने वाले 2 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनकी गिरफ्तारी के बाद अब सोशल मीडिया पर PCC चीफ मोहन मरकाम और आबकारी मंत्री कवासी लखमा के साथ इनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इधर, विपक्ष ने सीधे तौर पर शराब तस्करी के पीछे सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया है।
दरअसल, 11 मई को पुलिस ने नारायणपुर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के बखरूपारा बाजार स्थल के पास एक ट्रक को बरामद किया गया था। जिसकी तलाशी लेने पर पुलिस ने ट्रक से करीब 42 लाख 10 हजार 880 रुपए की 4268 लीटर शराब जब्त की थी। हालांकि, तस्कर मौके से फरार थे। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। जांच में पुलिस को पता चला कि कांकेर के रहने वाले आकाश चौबे और बखरूपारा के करमवीर सिंह तस्करी कर रहे थे।
आबकारी मंत्री के साथ आरोपी।
जिसके बाद पुलिस ने एक टीम बनाई। फिर इस टीम ने दोनों आरोपियों को उनके ठिकाने से पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि, एक ट्रक शराब मध्य प्रदेश से लेकर आए थे। शराब को नारायणपुर जिले के एक ठिकाने पर पहुंचाना था। बाजार पारा के पास ट्रक खड़े कर कहीं गए थे। कुछ देर बाद पता चला की ट्रक को पुलिस ने पकड़ लिया है। जिसके बाद मौके से फरार हो गए। पूछताछ में दोनों ने और कई खुलासे किए हैं।
हालांकि, पुलिस अब जल्द ही तस्करों की इस चेन को तोड़ेगी। इसलिए पुलिस ने ज्यादा खुलासे नहीं किए हैं। ASP हेमसागर सिदार ने बताया कि, दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ आरोपी।
कांग्रेस नेताओं के साथ फोटो वायरल
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इनकी आबकारी मंत्री कवासी लखमा और PCC चीफ मोहन मरकाम के साथ तस्वीरें वायरल होने के बाद अब सियासी बवाल मच गया है। पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, हमने पहले ही कहा था प्रदेश में सरकार के संरक्षण में शराब तस्करों का खुला खेल चल रहा है। ऐसे ही कई और तस्कर हैं जिनको सरकार के मंत्री और विधायकों का संरक्षण मिल रहा है। शराब तस्करी का कनेक्शन सीधे तौर पर सरकार से है। क्योंकि सरकार के नेताओं को भी मोटी रकम पहुंच रही है।