रायपुर: राज्य में वर्षाकाल 2023 को देखते हुए कोरबा तथा जाजंगीर-चांपा जिला अंतर्गत चिन्हांकित स्थालों के बसाहटों को हटाने के निर्देश कार्यपालन अभियंता हसदेव बरॉज जल प्रबंध संभाग रामपुर, कोरबा ने दिए हैं। जारी निर्देश में कहा गया है कि वर्षाकाल 2023 के दौरान आवश्यकता होने पर हसदेव बरॉज दर्री के जलद्वार को खोला जा सकता है, इससे नदी में अत्यधिक पानी प्रवाहित होगी। उन्होंने आमजनता को सूचित किया है कि हसदेव बरॉज के नीचे, किनारे तथा बाढ़ क्षेत्र में स्थापित चल-अचल सम्पत्ति को हटाकर सुरक्षित स्थानों में रख लें। बाढ़ क्षेत्र में स्थापित खनिज, खदान ठेकेदार, औद्योगिक इकाईयों, संस्थानों भी सूचित किया गया है कि वह अपनी परिसम्पत्तियों को बाढ़ क्षेत्र से बाहर कर लें।
कार्यपालन अभियंता ने अपने निर्देश में कहा है कि अचानक बाढ़ से होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति के लिए जल संसाधन विभाग उत्तरदायी नहीं होगा। बाढ़ क्षेत्र में आने वाले चिन्हांकित स्थान जिला कोरबा अंतर्गत चारपारा, खैरभवना, बलरामपुर, भलपहरी, जोगीपाली, कोहड़िया, राताखार, गेवराघाट, ईमलीडुग्गु, कुदुरमाल, बरीडीह, कटबितला, मोहरा, झींका, ठिठोली तथा चिचोली हैं। इसी तरह जांजगीर-चांपा जिले के अंतर्गत चांपा एवं देवरी को चिन्हांकित किया गया है।