Thursday, December 4, 2025

              गरियाबंद: डूमरबहाल के ग्रामीण हो रहे तालाब निर्माण से लाभान्वित, जलस्तर में भी हुई बढ़ोत्तरी…

              • तालाब पूर्णोधार का कार्य होने से अब ग्रामीणों को पानी की समस्याओं से मिली निजात

              गरियाबंद: प्राचीनकाल से ही तालाबों का अपना अलग ही महत्व है। इसलिए आज तालाबों में भरपूर जल का होना बहुत जरूरी है। शासन द्वारा जिले के देवभोग विकासखंड के ग्राम पंचायत डूमरबहाल के तालाब का पूर्णोधार कार्य किया गया। जिससे ग्रामीणों के नहाने-धोने की व्यवस्था के साथ-साथ जल संग्रहण क्षमता में वृद्धि, समय-समय में गांव के किसानों द्वारा सिंचाई कार्य के लिए तालाब का उपयोग तथा तालाब में मछली पालन किया जा रहा है।

              जिला पंचायत से मिली जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत डूमरबहाल में सामुदायिक तालाब पूर्व में बहुत छोटे होने के कारण उसमें पानी की संग्रहण क्षमता भी कम थी। यह तालाब ग्रामीणों के लिए एक मात्र निस्तारी का साधन होने के साथ ही गर्मी के दिनों में तालाब का पानी सूख जाता था, जिससे ग्रामीणों को जल संकट जैसे समस्याएं होती थी। जिसके कारण ग्राम डूमरबहाल के ग्रामीणों ने जल संकट की समस्या को दूर करने के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 में तालाब का विस्तार कराने के लिए तालाब का पूर्णोधार कार्य का निर्णय लिया तथा ग्राम सभा में कार्य स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया। जिसमें तालाब का नक्शा, खसरा प्रस्ताव में संलग्न कर महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत स्वीकृति के लिए जनपद पंचायत देवभोग में आवेदन प्रस्तुत किया। इसके उपरांत तालाब का विस्तार के लिए गहरीकरण का कार्य वित्तीय वर्ष 2019-20 मंे जिला पंचायत के माध्यम से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 14 लाख 53 हजार रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई। इसके उपरांत तालाब गहरीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। तालाब पूर्णोधार कार्य में मनरेगा अंतर्गत गांव के ही पंजीकृत श्रमिकों को 2 लाख रूपये से अधिक का रोजगार भी उपलब्ध कराया है।जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। तालाब पूर्णोधार कार्य से तालाब के चारों किनारे पिंचिग का भी कार्य किया गया और तालाब के आसपास की साफ-सफाई का कार्य किया गया।

              तालाब पूर्णोधार होने से ग्रामीणों को नहाने-धोने के लिए व्यवस्था हुई, तालाब में जल संग्रहण क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ समय-समय में गांव के किसानों द्वारा सिंचाई कार्य हेतु तालाब का उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही तालाब में मछली पालन किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों के आय में वृद्धि होने के साथ उन्हें रोजगार भी मिल रहा है। तालाब पूर्णोधार का कार्य होने से अब यहां के ग्रामीणों को पानी की समस्याओं से मुक्ति मिली है।


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