कोरबा: जिले की सीतामढ़ी बस्ती में रहने वाली 17 साल की नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। नाबालिग का नाम चंचल यादव है। उसने किस वजह से आत्महत्या की, इस बात का पता अभी नहीं चल पाया है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, सीतामढ़ी बस्ती में 17 साल की चंचल यादव अपने परिवार के साथ रहती थी। आठवीं कक्षा में पास होने के बाद उसने सालभर पहले उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। कुछ महीने पहले ही उसका दायां पैर भी फ्रैक्चर हो गया था, जिसकी वजह से वो हमेशा परेशान रहा करती थी।
सीतामढ़ी बस्ती में रहने वाली 17 साल की नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
पिता अशोक यादव ने बताया कि सुबह-सुबह वह घर से काम पर चला गया था, उसकी मां भी किसी काम से बाहर गई हुई थी, जबकि चंचल घर में अकेली थी। बाहर से जब उसकी मां घर लौटी, तो उसने देखा कि चंचल का शव कमरे में पंखे से लटक रहा है।
घटनास्थल पर जुटे आसपास के लोग। घरवालों को ढांढस बंधाने पहुंचे।
तत्काल मां ने इस बात की जानकारी पिता और पड़ोसियों को दी। पिता तुरंत काम से घर वापस लौटा। उसने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और चंचल की लाश को फांसी के फंदे से उतारा। कमरे की जांच करने पर कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
कमरे में इसी पंखे से नाबालिग चंचल यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पिता अशोक यादव ने बताया कि उसकी बेटी ने कब, कैसे और किन परिस्थितियों में आत्महत्या की, उसे भी पता नहीं है।
नाबालिग चंचल यादव के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
पिता ने बताया कि बेटी ने उससे कभी किसी समस्या का जिक्र नहीं किया। फिलहाल पुलिस परिजनों और आसपास के लोगों का बयान दर्ज कर रही है। पुलिस ने कहा कि जांच के बाद ही आत्महत्या की वजहों का पता चल सकेगा।