Sunday, August 10, 2025

अमेरिका के कैलिफोर्निया में सड़क हादसे में हरियाणा के युवक की मौत, माल लेकर वॉशिंगटन से कैलिफोर्निया आ रहा था तभी खाई में गिरा ट्रॉला, परिवार का इकलौता बेटा था, 3 साल पहले गया विदेश

करनाल: करनाल के मंचूरी गांव के एक युवक की अमेरिका के कैलिफोर्निया में सड़क हादसे में मौत हो गई। युवक कैलिफोर्निया में ड्राइवर था। शनिवार शाम वह ट्रॉले में माल लेकर वॉशिंगटन से कैलिफोर्निया आ रहा था, इसी दौरान ट्रॉले का संतुलन बिगड़ गया और खाई में जा गिरा। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

परिवार को रविवार सुबह अमेरिका में रह रहे मृतक के दोस्तों ने इसकी जानकारी दी। जिसके बाद मां व बहन का रो-रोककर बुरा हाल है। युवक का शव भारत लाने के लिए परिवार के लोगों ने सरकार व प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

परिवार का था इकलौता बेटा

मृतक की पहचान गांव मंचूरी के पूर्व सरपंच सरदार हीरा सिंह के पुत्र गुरुमहक सिद्धू (26) के रूप में हुई है। गुरुमहक परिवार का इकलौता बेटा था। वह तीन साल पहले डंकी रुट से अमेरिका गया था। हीरा सिंह ने अपने बेटे को अमेरिका भेजने के लिए करीब 35 लाख रुपए खर्च किए थे, ये पैसा भी उन्होंने रिश्तेदारों से कर्ज उठकर दिया था।

अमेरिका जाने के बाद पहले गुरुमहक सिंह ने एक स्टोर पर काम किया था। करीब एक साल पहले ही उसने अमेरिका में ड्राइविंग लाइसेंस बनाया और तब से ट्रॉला चलाने लगा था। अब वह कैलिफोर्निया में ही किराए का मकान लेकर दोस्तों के साथ रह रहा था। उन्होंने ही आज सुबह परिवार को इस हादसे की सूचना दी।

अब अकेले रह गए माता- पिता

गुरुमहक सिद्धू के परिजन सरपंच सुभाष ने बताया कि, कुछ समय पहले ही मंचूरी के पूर्व सरपंच सरदार हीरा सिंह अपनी पत्नी को लेकर कुरूक्षेत्र चले गए। इससे पहले वह गांव में ही रहते थे। यहीं पर उन्होंने अपनी छोटी बेटी हरनुरू की शादी की थी। गुरुमहक उनका इकलौता बेटा था। उसकी मौत के बाद अब माता पिता अकेले रह गए।

पिता करते थे खेतीबाड़ी

सुभाष ने बताया कि दो साल पहले तक हीरा सिंह खुद ही खेतीबाड़ी करते थे, लेकिन बेटे के अमेरिका जाने के बाद और बेटी की शादी के बाद उन्होंने खेती छोड़ दी। शादी के बाद भी गुरुमहक की छोटी बहन हरनुरू अपने पति के साथ कनाड़ा में शिफ्ट हो गए थे। अब कुरूक्षेत्र में ही हीरा सिंह व उसकी पत्नी अपने घर में रह रहे हैं।

सरकार से लगाई मदद की गुहार

गुरुमहक के पिता हीरा ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि कर्ज लेने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। बेटे के शव को भारत लाने में मदद की जाए, ताकि अपने अंतिम बार हम अपने बेटे का चेहरा देखकर उसका अपने हाथों से अंतिम संस्कार कर सकें।


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