फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को लेकर देशभर में लोग दो भागों में बंट गए हैं. एक पक्ष में और एक वो जो फिल्म की खिलाफत कर रहे हैं. इस बहस के बीच देश के कई राज्यों में फिल्म टैक्स फ्री हो चुकी है.
रायपुरः फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को लेकर देशभर में लोग दो भागों में बंट गए हैं. एक पक्ष में और एक वो जो फिल्म की खिलाफत कर रहे हैं. इस बहस के बीच देश के कई राज्यों में फिल्म टैक्स फ्री हो चुकी है. फिल्म को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh politics) में भी बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने दिखाई दे रही थी. बीजेपी (BJP) फिल्म को छत्तीसगढ़ में टैक्स फ्री करने की मांग कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी ट्वीट कर फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग रखी. बीजेपी की मांग पर कांग्रेस (Congress) ने भी निशाना साधा और कहा भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए ये फिल्म बनाई है, तो क्यों टैक्स फ्री किया जाए. इस सियासी खींचतान के बीच सीएम भूपेश बघेल ने पूरी विधानसभा को आमंत्रित किया है.
पक्ष-विपक्ष एकसाथ देखेगा फिल्म
छ्त्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा – विधानसभा के सभी सम्मानित सदस्यों (पक्ष-विपक्ष सहित) को एक साथ ‘कश्मीर फ़ाइल्स’ फिल्म देखने के लिए आमंत्रित कर रहा हूं. आज रात 8 बजे राजधानी के एक सिनेमा हॉल में हम सभी विधायक/आमंत्रित नागरिक एक साथ फिल्म देखेंगे. इससे पहले उन्होंने एक और ट्वीट कियी था. बघेल ने लिखा था भाजपा के विधायकगणों ने मांग की है कि ‘कश्मीर फ़ाइल्स’ को टैक्स फ़्री कर दिया जाए. मैं माननीय प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे इस फ़िल्म से केंद्रीय जीएसटी हटाने की घोषणा करें. पूरे देश में फ़िल्म टैक्स फ़्री हो जाएगी.
रमन सिंह का ट्वीट
पूर्व सीएम और बीजेपी नेता रमन सिंह ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ मूवी को टैक्स फ्री करने की मांग की है. रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि आज अगर छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार होती तो आपको कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय को देखने, समझने से रोका न जाता. TheKashmiriFiles अब तक टैक्स फ्री हो गई होती. कांग्रेस सच से डरती है, एक फिल्म से डरी हुई है. रमन सिंह के अलावा नेता प्रतिपक्ष धमरलाल कौशिक ने भी यही मांग की थी. उनका आरोप है कि सरकार लोगों को फिल्म देखने से रोकने के लिए षड्यंत्र कर रही है. सरकार को छत्तीसगढ़ में फिल्म को टैक्स फ्री कर देना चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने भी यही मांग की.