रायपुर: पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि कवर्धा मामले में जेल में बंद कार्यकर्ता दिवाली से पहले रिहा नहीं किए जाएंगे तो भाजपा ईंट से ईंट बजा देगी। बृजमोहन ने फिर से कवर्धा व पुरानी बस्ती में हुई घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने राजनीतिक बयानबाजी करने वाले पुलिस-प्रशासन के लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की है।
एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा में बृजमोहन ने कहा कि कवर्धा मामले में कांग्रेस तुष्टिकरण कर रही है। चुन चुन कर सनातन कार्यकर्ताओं, भाजपा के नेताओं के साथ बर्बरता से पेश आ रही है। यह अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है। एक तरफ वहां बहुसंख्य समाज के खिलाफ सरकार तमाम झूठे और असंगत धाराओं का इस्तेमाल कर दमन और आतंक पैदा कर रही है, वहीं दूसरे पक्ष के लोग खुलेआम घूम रहे हैं। युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा के खिलाफ सरकार पक्षपात कर रही है, वह असहनीय है।
धमकी अदालत का अपमान: शुक्ला
इधर भाजपा की इस धमकी को कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने अलोकतांत्रिक और न्यायालय की अवमानना बताया है। बृजमोहन अग्रवाल 15 साल तक प्रदेश में मंत्री रहे है इतना कानूनी ज्ञान उन्हें भी है कि दंगाई नेताओं को अदालत ही जमानत पर रिहा कर सकती है, फिर भी वे ईंट से ईंट बजाने की धमकी किसे दे रहे है? भाजपा नेता इस भाषा से अदालत को धमकाने का प्रयास कर रहे है जो निंदनीय है। शुक्ला ने कहा कि इन्हीं कृत्यों से भाजपा की जमीन तो जनता ने 2018 के चुनाव में हिला दी थी।। अब यही हाल रहा तो जनता 2023 के चुनाव में भाजपा की ईंट से ईंट बजा देगी।