रायपुर: छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने एक बयान दिया है। उन्होंने प्रदेश के अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार के संरक्षण में गलत काम करना बंद करें वरना उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आने वाले समय में उन्हें सबक जरूर सिखाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो वह अफसरों के खिलाफ न्यायालय भी जाएंगे। यह बयान बृजमोहन अग्रवाल ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय एकात्म परिसर में दिया। बृजमोहन कवर्धा हिंसा मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कवर्धा जिले में अफसर सरकार के इशारे पर निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
दरअसल 3 और 5 अक्टूबर को कवर्धा में हुई हिंसक घटनाओं के मामले में भारतीय जनता पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। भाजपा प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, सुखचैन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। ताजा विवाद इस वजह से शुरू हुआ क्योंकि अचानक पुलिस ने एक पुराने मामले में विजय शर्मा पर एस्ट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया है। चाकूबाजी में घायल युवक दुर्गेश देवांगन को हिंसा मामले में पकड़ा गया है इस पर चाकू से हमला करने के मामले में FIR की गई है, जबकि असल में जिसने हमला किया उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
दिवाली के बाद बढ़ सकता है सियासी बवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जानबूझकर भाजपा के कार्यकर्ताओं पर नए केस लाद दिए गए ताकि उनकी जमानत ना हो सके और वह दिवाली का त्योहार ना मना सकें। दिवाली के बाद भारतीय जनता पार्टी भी इस मामले में पुरजोर तरीके से जनता के साथ सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी । प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा की तरफ से कुछ मांग रखी गईं। इनमें पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच, जेल में बंद निर्दोष भाजपा नेताओं को शीघ्र बिना किसी शर्त के रिहा किए जाने, हिंसा में असली जिम्मेदारों के खिलाफ एक्शन लेने, राजनीतिक बयानबाजी करने वाले पुलिस के लोगों को भी दंडित किए जाने जैसी बातें शामिल हैं।