अंबिकापुर: सरगुजा जिले के मैनपाट ब्लाक के जनपद सीईओ पर निर्माण कार्यों व पंचायत मद की राशि में तीन प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप वाला एक आडियो वायरल हो रहा है। इसमें बारिमा पंचायत का सरपंच आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि हर काम में सीईओ पैसा लेता है और इसके कारण उनके खिलाफ शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने वाली है।
इसकी तस्दीक के लिए दैनिक भास्कर ने बरिमा सरपंच देवसाय मांझी से बात की तो उन्होंने कहा यह सही है कि बिना कमीशन कोई काम पास नहीं होता है, जनपद में सीईओ कमीशन लेते हैं, तो इंजीनियर को भी अलग से पैसे देना पड़ता है। उन्होंने स्वयं पंचायत में 15 प्रतिशत कमीशन देकर काम कराने की बात भास्कर को बताई। यह भी कहा कि हाल ही में 6 लाख रुपए से बनने वाली एक सीसी रोड भी पास कराया है। इसके लिए मंत्री के यहां एक आदमी है, जो कागजात आगे बढ़ाता है, उसे कमीशन के रूप में 40 हजार दिया है और 10 प्रतिशत के हिसाब से बाकी बाद में देगा। उसने खुलासा किया कि वही नहीं बल्कि मैनपाट जनपद के सभी सरपंच कमीशन देते हैं, सरपंचो से बातचीत में इसका पता चलता है।
पहले सब ठीक था: सरपंच के खिलाफ शिकायत के बाद आडियो हुआ वायरल
बारिमा पंचायत के सरपंच व सचिव के खिलाफ पंचायत के ही लोगों ने शिकायत किया है, जिसमें आरोप लगाया है कि 14वें वित्त मद और मूलभूत कार्य मद की राशि में बिना काम कराए ही गड़बड़ी की गई है। इसके बाद सरपंच का आडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे किसी व्यक्ति से बात करते हुए आरोप लगा रहे हैं। जनपद सीईओ से जब हमनें बात की तो उन्होंने उस वायरल आडियो को भेजने की बात कही, जिस उन्हें हमने भेज दिया है।
काम अटका देते हैं अफसर: सरपंच संघ
सरपंच संघ मैनपाट के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश लकड़ा ने कहा कि कमीशन खोरी के खिलाफ सरपंच लोगों के साथ उन्होंने जनपद में ही बैठक किया था, लेकिन बैठक के दिन ही अफसरों को इसका पता चल गया। अफसर बोलने लगें कि हमारे खिलाफ ऐसा कर रहे हैं। कई सरपंच हैं जो सही काम करना चाहते हैं, लेकिन कई सरपंच एक लाख का काम कर उससे अधिक राशि में हेराफेरी करते हैं। इसके कारण वे कमीशन के खिलाफ में आवाज नहीं उठा पाते और अगर हम बोल रहे हैं तो हमारा काम लटका दिया जाता है।
सरपंच पर फर्जी बिल लगाने की शिकायत
जनपद पंचायत सीईओ जय गोविंद गुप्ता ने कहा कि सरपंच के खिलाफ शिकायत हुई है। इस पर वह कुछ भी बोल रहा है। उसने फर्जी बिल लगाया है और उसकी जांच के लिए जांच कमेटी बनाई गई है, जो अपना काम कर रही है।