बीजिंग: कैलाश मानसरोवर यात्रा जल्द शुरू होगी। बुधवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच बैठक में 6 मुद्दों पर सहमति बनी। यह बैठक भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए हुई थी।
डोभाल 17 अक्टूबर को भारत और चीन के बीच विशेष प्रतिनिधि स्तर की 23वीं बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। डोभाल 5 साल के बाद चीन के दौरे पर गए हैं। इससे पहले 2019 में विदेश मंत्री जयशंकर ने बीजिंग का दौरा किया था। जून 2020 में गलवान में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए थे।
चीन ने कहा- ईमानदारी से मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार बैठक भारतीय समय के मुताबिक सुबह 8 बजे शुरू हुई। बैठक के बाद चीन ने कहा कि वह भारत के साथ हुए समझौतों को लागू करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन ईमानदारी से मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार है। दोनों देशों के अधिकारी तिब्बत से कैलाश मानसरोवर यात्रा को जल्द शुरू करने, सीमा-पार नदी सहयोग और नाथूला सीमा व्यापार को बढ़ावा देने पर सहमत हुए।
तस्वीर 23 अक्टूबर 2024 को भारत और चीन के बीच हुई द्विपक्षीय बातचीत की है।
भारत और चीन के बीच 2 साल में 38 बैठकें हुईं भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चार साल से सीमा विवाद को लेकर तनाव था। दो साल की लंबी बातचीत के बाद 21 अक्टूबर को एक समझौता हुआ कि दोनों सेनाएं विवादित पॉइंट्स देपसांग और डेमचोक से पीछे हटेंगी। इसके बाद 25 अक्टूबर से दोनों देशों की सेनाओं ने विवादित पॉइंट्स से हटना शुरू कर दिया था।
भारत-चीन के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर हुए समझौते पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 27 अक्टूबर को कहा था कि सैनिकों की वापसी पहला कदम है। अगला कदम तनाव कम करना है। तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच 2 साल में 38 बैठकें हुई थीं।
समझौते के मुताबिक दोनों सेनाएं अप्रैल 2020 से पहली की स्थिति में वापस लौट गई हैं। सेनाएं अब उन्हीं क्षेत्रों में गश्त कर रही हैं, जहां अप्रैल 2020 से पहले किया करती थीं। इसके अलावा कमांडर लेवल मीटिंग अब भी जारी है।
(Bureau Chief, Korba)