बिलासपुर: नगर निगम के संजय तरण पुष्कर के बाथरूम में गुरुवार की सुबह 7 बजे रिटायर्ड अफसर डीसी तिवारी (78 वर्ष) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बाथरूम में गिरने की आवाज पर उनके साथी मदद के लिए दौड़े और ऊपर के खुले हिस्से से अंदर कूदकर दरवाजा खोल कर उन्हें बाहर निकाला गया।
स्वीमिंग पूल के प्रबंधक प्रमिल शर्मा ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि संजय तरण पुष्कर के सदस्य डॉक्टर जोशी और डॉ. चौधरी ने तिवारी की नब्ज टटोली, तो वह गायब मिली। इसके बाद उन्होंने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

स्वीमिंग पूल का बाथ रूम, जहां डीसी तिवारी को जानलेवा हार्ट अटैक आया था।
स्वीमिंग के बाद नहाने गए थे
प्रबंधक के मुताबिक डीसी तिवारी स्वीमिंग पुल के 35 वर्षों से सदस्य रहे। रोज की तरह वह स्वीमिंग के बाद नहाने के लिए बाथरूम गए। इसी दौरान उन्हें सीवियर हार्ट अटैक आ गया। जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि संजय तरण पुष्कर के वरिष्ठ सदस्य की मौत के शोक में आज स्वीमिंग पुल बंद रखा गया।

नगर निगम का संजय तरण पुष्कर। इसका निर्माण 1982 में 40 लाख की लागत से हुआ । यह शहर का सबसे पहला स्वीमिंग पुल है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तैराकी प्रतियोगिताओं के मापदंड पर बनाया गया।
निगम सचिव राजेंद्र अवस्थी के मुताबिक सरजू बगीचा, मसानगंज निवासी डीसी तिवारी स्टेट बैंक की सेवा से 18 साल पहले रिटायर हुए थे। उनकी तीन बेटियों की शादी के बाद वह सपत्नीक सरजू बगीचा के मकान में रह रहे थे। उनकी अंत्येष्ठि देवकीनंदन दीक्षित मुक्तिधाम में दोपहर की गई।


(Bureau Chief, Korba)



