Monday, May 20, 2024
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BCC News 24: BIG न्यूज़- गोवा में BJP की हैट्रिक तय.. ममता-केजरी की वजह से भाजपा को बंपर फायदा; समझें कैसे दोनों ने कांग्रेस को हराया, वोट काटे

पणजी: देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में बीजेपी की सरकार बनना लगभग तय हो गया है। रुझानों में बीजेपी 40 में से 18 सीटों पर आगे चल रही है। गोवा में बहुमत का आंकड़ा 21 है। बीजेपी निर्दलीय प्रत्याशियों को पार्टी में शामिल करके आसानी से सरकार बनाने की स्थिति में है। कुछ सीटों पर बीजेपी की जीत का अंतर 500 वोटों का भी नहीं है। इससे इस बात के साफ संकेत मिलते हैं कि, एंटी बीजेपी वोट विपक्षी पार्टियों के बीच बंट गए, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला।

गोवा में ऐसी पहली बार होगा कि बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाएगी। 2012 और 2017 में पार्टी ने मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाई थी। इस बार कहा जा रहा था कि पर्रिकर के बिना बीजेपी के लिए सरकार बनाना मुश्किल हो जाएगा, लेकिन पार्टी ने 2017 से भी अच्छा प्रदर्शन किया।

ममता-केजरीवाल ने कैसे बीजेपी को फायदा पहुंचाया

ममता ने MGP के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। वहीं केजरीवाल ने 40 में से 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। इन दोनों दलों ने कांग्रेस के वोट में सेंधमारी की। फायदा बीजेपी को मिला। सीनियर जर्नलिस्ट किशोर नाइक गांवकर कहते हैं कि नतीजे देखकर साफ पता चल रहा है कि बीजेपी के खिलाफ जो वोट थे, वो विपक्षी पार्टियों में बंट गए। यदि विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर लड़ती तो शायद बीजेपी के लिए चुनौती बन सकती थीं।

कांग्रेस के विधायकों से पार्टी कमजोर नहीं, मजबूत हुई
नतीजे देखकर पता चलता है कि बीजेपी में कांग्रेस से जो विधायक आए थे, उससे पार्टी कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हुई। 2017 में कांग्रेस के 17 विधायक जीते थे और बीजेपी के 13 विधायक जीते थे।

हालांकि छोटे दलों से गठजोड़ कर बीजेपी ने सरकार बना ली। धीरे-धीरे कांग्रेस के जीते हुए विधायक बीजेपी में शामिल हुए और चुनाव के पहले कांग्रेस के पास सिर्फ 2 विधायक रह गए थे। अधिकतर बीजेपी में शामिल हो गए थे।

गोवा के सीनियर जर्नलिस्ट संदेश प्रभुदेसायी कहते हैं कि गोवा में इस बार भारतीय जनता पार्टी ऑफ कांग्रेस ने कंटेस्ट किया। अब इन नेताओं के दोबारा सत्ता में आने से जमीनों का धंधा तेजी से बढ़ेगा, क्योंकि गोवा के 80% से ज्यादा नेता जमीनों के कारोबार से जुड़े हुए हैं।

गोवा में बन रहे मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को खूब प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि इसके आसपास की पूरी जमीनें नेता खरीद चुके हैं।

अब वे यहां डेवलपमेंट करके करोड़पति बनेंगे। बाहरी इन्वेस्टमेंट आने के चलते गोवा में जमीनों की कीमतें आसमान छू रही हैं। गोअन के लिए जमीनें खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। दिल्ली-मुंबई के बिजनेसमैन यहां आकर इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।

कर्नाटक और महाराष्ट्र गोवा के पड़ोसी राज्य हैं यहां के लोगों की संस्कृति भी आपस में मिलती-जुलती है, लेकिन इन राज्यों में गोवा की जीत का कुछ पॉलिटिकल इम्पैक्ट पड़ेगा, यह कहना मुश्किल है।

सीएम सावंत पहले से ज्यादा मजबूत होंगे
दिवंगत बीजेपी नेता मनोहर पर्रिकर के बाद यह पार्टी का गोवा में पहला चुनाव था। सीएम प्रमोद सावंत के सामने बीजेपी के ही कई नेताओं ने बगावत कर रखी थी। अब पार्टी को मिली इस जीत से सीएम सावंत को ताकत मिलना तय है। वो पहले से भी ज्यादा मजबूत होंगे। उन्हें घेरने वालों की मंत्रिमंडल से छुट्‌टी हो सकती है। साथ ही अब वे केंद्र के तमाम प्रोजेक्ट्स को ज्यादा ताकत से गोवा में आगे बढ़ा पाएंगे।

पीएम के दिल से जुड़ा है गोवा
गोवा पीएम नरेंद्र मोदी के दिल से जुड़ा हुआ है। 2002 में गोधरा कांड के बाद जब उन्हें सीएम पद से हटाने की बात चल रही थी, तब गोवा में ही उन्होंने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को अपने पक्ष में किया था।

इसी तरह 2014 में लोकसभा चुनाव के पहले 2013 में गोवा में मीटिंग हुई थी, जिसमें पीएम मोदी को बीजेपी का चीफ इलेक्टोरल कैंपेनर चुना गया था।

BJP का तीसरी बार आना रिकॉर्ड
गोवा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में बीजेपी ने 2000 में पहली बार गोवा में सरकार बनाई थी और 4 साल 101 दिन सत्ता में रही।

इसके बाद पर्रिकर की लीडरशिप में ही 2012 और 2017 में भी बीजेपी ने सरकार बनाई। यह पहला मौका था, जब पर्रिकर के बिना बीजेपी मैदान में थी। हालांकि उनके बेटे की बगावत ही पार्टी के लिए खतरा बनी।

हॉट सीट में कौन आगे, कौन पीछे

सीट 1: पणजी

  • BJP प्रत्याशी : अतानासियो मोनसेराटे (जीते)
  • कांग्रेस प्रत्याशी : एल्विस गोम्स
  • निर्दलीय प्रत्याशी : उत्पल पर्रिकर

अब तक के चुनाव : गोवा की राजधानी पणजी पर पिछले 28 सालों से BJP का कब्जा है। भाजपा के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर यहां से 1994 से 2017 तक लगातार जीते। उनके गुजर जाने के बाद भी यह सीट भाजपा ने ही जीती।

क्यों अहम है सीट : पणजी के जरिए ही पार्टी मनोहर पर्रिकर की विरासत को आगे बढ़ा सकती है। यदि पणजी हारती तो पूरे देश में इसका निगेटिव मैसेज जाता।

हॉट सीट 2 : मंड्रेम

  • MGP प्रत्याशी : जीत विनाईक आरोलकर (जीते)
  • BJP प्रत्याशी : दयानंद रघुनाथ सोपटे
  • कांग्रेस प्रत्याशी : सतीश सीताराम शेटगांवकर
  • निर्दलीय प्रत्याशी : लक्ष्मीकांत पारसेकर

अब तक के चुनाव : 1963 से 1989 तक यह सीट गोवा की रीजनल पार्टी MGP का गढ़ रही है। 1994 में यहां कांग्रेस जीती, लेकिन 1999 में फिर MGP ने वापसी कर ली। 2002 से 2012 के बीच भाजपा तीन बार यहां से जीती। 2017 में कांग्रेस ने वापसी की, लेकिन 2019 में यह सीट फिर भाजपा के पाले में चली गई।

क्यों अहम है सीट : भाजपा ने इस सीट से लक्ष्मीकांत पारसेकर को टिकट नहीं दिया। वे भाजपा के सीनियर लीडर थे और 2014 से 2017 के बीच गोवा के CM भी रह चुके हैं। उनकी जगह पार्टी ने कांग्रेस से आए सतीश शेटगांवकर को उम्मीदवार बनाया था।

हॉट सीट 3 : सांकेलिम

  • ​​​​​BJP प्रत्याशी : प्रमोद सावंत (जीते)
  • कांग्रेस प्रत्याशी : धर्मेश सांगलानी
  • MGP प्रत्याशी : महादेव खांडेकर

अब तक के चुनाव : नॉर्थ गोवा में आने वाली इस सीट पर 2012 और 2017 में भाजपा जीती। दोनों ही बार प्रमोद सावंत उम्मीदवार थे, जो अभी राज्य के CM भी हैं। 2017 में उन्होंने 2131 वोटों के मार्जिन से कांग्रेस के धर्मेश सांगलानी को हराया था।

क्यों अहम है सीट : सीएम प्रमोद सावंत के यहां से लड़ने से यह सीट पार्टी के लिए अहम हो गई है। वे पहले भी दो बार यहां से जीत चुके हैं। इस सीट पर सीएम सावंत और कांग्रेस के धर्मेश सांगलानी के बीच काफी क्लोज फाइट चल रही है।

हॉट सीट 4 : मडगांव

  • कांग्रेस प्रत्याशी : दिगंबर कामत (आगे चल रहे)
  • BJP प्रत्याशी : मनोहर बाबू अजगांवकर
  • TMC प्रत्याशी : महेश अमोनकर

अब तक के चुनाव : कांग्रेस उम्मीदवार दिगंबर कामत पिछले 6 बार से इस सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि, तीन बार वो भाजपा के टिकट पर जीते और तीन पर कांग्रेस के टिकट पर जीते। यानी, 1994 से अभी तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आधे-आधे समय इस सीट को जीत चुकी हैं।

क्यों अहम है सीट : दिगंबर कामत कांग्रेस की तरफ से CM पद का सबसे बड़ा चेहरा हैं, वे नेता प्रतिपक्ष भी हैं। यदि वे हारते तो कांग्रेस के बड़ा झटका लगता। अब कामत की जीत लगभग तय हो चुकी है।

हॉट सीट 5 : सेंटाक्रूज

  • BJP प्रत्याशी : एंटोनियो फर्नांडीस (आगे चल रहे)
  • AAP प्रत्याशी : अमित पालेकर
  • TMC प्रत्याशी : विक्टर गोंजाल्विस
  • कांग्रेस प्रत्याशी : रोडोल्फ लुई फर्नांडीस

अब तक के चुनाव : 2012 तक इस सीट पर कभी निर्दलीय तो कभी कांग्रेस जीतते आई, लेकिन 2017 में पहली बार यहां भाजपा ने कब्जा जमाया।

क्यों अहम है सीट : आम आदमी पार्टी का CM पद का चेहरा अमित पालेकर यहां से मैदान में हैं। भाजपा के लिए अपनी 2017 की जीत को दोहराने की चुनौती है। कांग्रेस ने भी यहां पूरी ताकत झोंकी है, क्योंकि यहां पार्टी का पुराना वोट बैंक है।

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