मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने सोमवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने विधायक पद भी छोड़ दिया है। अशोक चह्वाण ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस्तीफा सौंपा है।
अशोक चह्वाण का फोन अभी नॉट रीचेबल है। सूत्रों मुताबिक, अशोक चह्वाण 13 बड़े नेताओं के साथ भाजपा जॉइन कर सकते हैं। इसके साथ महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, भाजपा नेता आशीष शेलार भाजपा दफ्तर पहुंच चुके हैं। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले दिल्ली रवाना हो गए हैं।
खतरे में कांग्रेस की राज्यसभा सीट
भास्कर को सूत्रों ने बताया कि जो 13 नेता अशोक चह्वाण के साथ कांग्रेस छोड़ेंगे, इनमें कई विधायक भी शामिल हैं। अगर ऐसा हुआ तो महाराष्ट्र से कांग्रेस का एक भी राज्यसभा सदस्य नहीं चुना जा सकेगा।
चह्वाण ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा भेजा
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस बोले- आगे-आगे देखो होता है क्या
इस बीच डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि आगे आगे देखो होता है क्या। MVA के कई नेता हमारे संपर्क में हैं। मुझे विश्वास है कि वो भी बीजेपी जॉइन करेंगे। इससे पहले कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा और पूर्व राज्यमंत्री बाबा सिद्दीकी ने इस्तीफा दिया था। इस तरह एक महीने में महाराष्ट्र कांग्रेस के 3 बड़े नेता इस्तीफा दे चुके हैं।
फडणवीस ने सोमवार को मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
नार्वेकर को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे थे चह्वाण, यहीं हुई बात
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर का रविवार को जन्मदिन था। इस मौके पर चव्हाण उन्हें शुभकामनाएं देने पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी मुलाकात में उनके भाजपा में जाने की बात तय हो गई थी। हालांकि, तब अशोक चव्हाण ने कहा था कि मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए उनसे मिलने पहुंचा था। चर्चा यह भी है कि अशोक चव्हाण बीजेपी के कोटे से राज्यसभा जाएंगे।
देशमुख के हटने के बाद मुख्यमंत्री बने थे
चह्वाण दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। दिसंबर 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद जब विलासराव देशमुख को सीएम पद से हटाया गया, तब चह्वाण ने पद संभाला। वे महाराष्ट्र के संस्कृति विभाग, उद्योग, माइंस विभाग जैसी जिम्मेदारियां भी संभाल चुके हैं।
अशोक महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर राव चह्वाण के बेटे हैं। महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार पिता और पुत्र दोनों ने मुख्यमंत्री पद संभाला। वे नांदेड़ से सांसद भी रह चुके हैं। वे महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी रह चुके हैं।
(Bureau Chief, Korba)