छत्तीसगढ़: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में मंगलवार देर रात रेत माफिया ने वनकर्मियों को पीट दिया। अवैध खनन की सूचना पर वनकर्मी उन्हें रोकने के लिए पहुंचे थे। फॉरेस्ट गार्डों ने तीन ट्रैक्टर जब्त भी कर लिए, लेकिन थोड़ी ही देर में ट्रैक्टर मालिकों के साथ 20-25 लोगों की भीड़ पहुंची और हमला कर ट्रैक्टर छुड़ा कर मध्य प्रदेश की ओर भाग निकली। बुधवार को रेंजर नरेश चंद्रदेव नाग ने गौरेला थाने में FIR दर्ज कराई है।
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश बॉर्डर पर दुर्गाधारा और धर्मपानी के पास मलनिया स्टॉप डैम से अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा था। सूचना मिलने पर गौरेला रेंज अफसर नरेश चंद्रदेव नाग अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मध्य प्रदेश की ओर जा रहे तीन ट्रैक्टर रुकवा लिए। इस दौरान चालक छोड़कर भाग निकले। इसके बाद वनकर्मियों ने ट्रैक्टर जब्त कर लिया।
रेंजर की ओर से गौरेला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
वनकर्मियों ने रोका तो मारपीट शुरू कर दी
इससे पहले कि वनकर्मी ट्रैक्टर लेकर दफ्तर लौटते, तभी ट्रैक्टर मालिकों के साथ 15-20 लोगों की भीड़ पहुंच गई। उन्होंने वहां पहुंचते ही फॉरेस्ट गार्ड के साथ अभद्रता और गाली-गलौज देना शुरू कर दिया। वनकर्मियों ने मना किया और ट्रैक्टर जब्त कर ले जाने की बात कही। इस पर भीड़ भड़क गई और उन्होंने वनकर्मियों से मारपीट करना शुरू करा दिया। इस पर रेंजर ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी।
वनकर्मियों को धमकी देते अवैध उत्खनन के आरोपी।
चार नामजद सहित अन्य पर FIR
इससे पहले कि वन विभाग की और टीम मौके पर पहुंचती, आरोपी ट्रैक्टर लेकर मध्य प्रदेश की ओर भाग निकले। इसके बाद अगले दिन रेंजर नरेश चंद्र देव ने गौरेला थाने में चार आरोपियों गोलू यादव, दिपकु गोंड, मस्कू राठौर और राहुल पनिका सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोपियों पर सरकारी काम में बाधा डालने, अवैध रेत उत्खनन, कर्मचारियों से मारपीट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।