Monday, May 20, 2024
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CG: साढ़े 3 करोड़ गबन का आरोपी अजमेर से पकड़ा… छत्तीसगढ़ के बैंक से हेराफेरी कर काट रहा था फरारी, मां-बेटे दोनों छत्तीसगढ़ पुलिस की गिरफ्त में

अजमेर: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में ग्रामीण बैंक के 165 खाता धारकों के अकाउंट में छेड़छाड़ कर 3 करोड़ 57 लाख रुपए का गबन करने के मामले में फरार बैंक के पूर्व मैनेजर राहुल कुमार शर्मा और उसकी मां वीणा शर्मा को रविवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने रामगंज थाना क्षेत्र के गोविंद नगर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों को अपने साथ छत्तीसगढ़ ले गई।

पुलिस ने गबन मामले को लेकर आरोपी राहुल की मां वीणा शर्मा को भी अजमेर से गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने गबन मामले को लेकर आरोपी राहुल की मां वीणा शर्मा को भी अजमेर से गिरफ्तार किया है।

बैंक की चाबी ले भागा था आरोपी

आरोपी राहुल शर्मा 31 नवंबर 2021 से 18 जुलाई 2022 तक रायगढ़ में ग्रामीण बैंक शाखा प्रबंधक के रूप में कार्यरत था। गबन का खुलासा होने के बाद वह बैंक के मेन गेट और तिजोरी की चाबी लेकर फरार हो गया था। तब से छत्तीसगढ़ पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस पूर्व में राहुल शर्मा के सहकर्मी हरिप्रिया और राहुल मेहता को गिरफ्तार कर चुकी है मुख्य आरोपी राहुल शर्मा की तलाश थी।

पुलिस को इनपुट मिला कि राहुल और उसकी मां वीणा शर्मा पत्नी स्व. दीपचंद अजमेर में गोविंदनगर इलाके में रहकर फरारी काट रहे हैं। रविवार को छत्तीसगढ़ पुलिस टीम ने रामगंज थाना स्टाफ की मदद से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। छत्तीसगढ़ रायगढ़ के कोतरा रोड थाना क्षेत्र में यह मामला 20 जुलाई 2022 को सामने आया था। छग राज्य ग्रामीण बैंक के मैनेजर संदीप ठाकुर ने पूर्व प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा निवासी न्यू गोविंद नगर अजमेर के विरुद्ध गबन की एफआईआर दर्ज कराई थी।

साढ़े 3 करोड़ के गबन मामले में पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह राशि इससे भी ज्यादा की हो सकती है। छत्तीसगढ़ पुलिस आरोपी को अजमेर से ले जाते हुए।

साढ़े 3 करोड़ के गबन मामले में पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह राशि इससे भी ज्यादा की हो सकती है। छत्तीसगढ़ पुलिस आरोपी को अजमेर से ले जाते हुए।

ऐसे खुला मामला

आरोप है कि राहुल शर्मा बैंक के गेट की चाबी, तिजोरी और एफआरएफसी की चाबी, बैंक का मोबाइल हैंडसेट सिम लेकर फरार हो गया। जब तिजोरी की डुप्लीकेट चाबी मंगवा कर सेफ खोला गया तो खाताधारक होमेश्वर गीता पटेल और बीना शर्मा के 1,42,206 रुपए के गोल्ड के पैकेट गायब थे। शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा इसे लेकर फरार हो गया था।

इस मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। मामला लॉकर से महज डेढ़ लाख के सोने के जेवर पार करने तक सीमित नहीं है। पता चला है कि आरोपी ने बैंक के 165 अकाउंट से करीब 3 करोड़ रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर किए हैं। राशि इससे भी अधिक हो सकती है। कई खाताधारकों को मालूम ही नहीं कि उनके अकाउंट में सेंधमारी हो गई है। पूरी रकम अपने परिचितों के अकाउंट में ट्रांसफर करने के बाद विड्राॅल भी कर लिया गया है।

परिचितों को बांट दिए रुपए

जानकारी के मुताबिक आरोपी राहुल ने रायगढ़ के कई परिचितों के अकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए हैं। बैंक के सामने कुछ दुकानदारों के अकाउंट का भी इस्तेमाल किया गया। रायपुर और दूसरे शहरों में रहने वाले रिश्तेदारों के खातों में भी राशि भेजी गई बैंक प्रबंधन ने जब इसकी पड़ताल की तो कई अकाउंट सामने आए किसानों के नाम से केसीसी लोन की राशि भी आरोपी ने निकाल ली।

इस मामले में पहले गिरफ्तार हो चुके आरोपी राहुल मेहता खातेदारों के खातों से निकाली गई राशि पूर्व मैनेजर राहुल कुमार शर्मा की मां वीणा शर्मा के अजमेर खाते में ट्रांसफर खाताधारकों के खातों से छेड़खानी कर अनाधिकृत किया करता था। पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा ने नकली दस्तावेज तैयार कर 165 केसीसी खाताधारकों के खातों से छेड़खानी कर अनाधिकृत लेनदेन करते हुए 3 करोड़ 57 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए थे।

पहले पुलिस ने राहुल शर्मा के खिलाफ भादंसं की धारा 409 के तहत अपराध दर्ज किया था। जांच के बाद इसमें धारा 419, 420, 467468471 और 120बी भी जोड़ी गई।

कियोस्क शाखा के राहुल मेहता , जिसे पुलिस गिरफ्तार कर चुकी।

कियोस्क शाखा के राहुल मेहता , जिसे पुलिस गिरफ्तार कर चुकी।

खाताधारकों की मौत के बाद निकाल ली राशि

इस मामले में रायगढ़ के कोतरा रोड पुलिस द्वारा अब तक 110 केसीसी खाता धारकों के बयान लिए गए दो ऐसे खाता धारकों की भी जानकारी मिलीजिनकी मौत हो जाने के बाद भी उनके खाते से रुपए निकाले गए और दूसरे खातों में ट्रांसफर किए गएग्रामीण बैंक में ज्यादातर किसानों के खाते हैं। पुलिस जांच में उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर बैंक में 12 कैसीसी खाता धारक, 2 स्टाफ के दस्तावेज2 स्वर्ण आभूषण और ऋण पैकेट ब्रांच में नहीं मिले। इसमें आरोपी पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा, कियोस्क शाखा के राहुल मेहता व हरिप्रिया के साथ ही कई अन्य लोगों के अपराध में संलिप्तता के सबूत मिले हैं।

हरिप्रिया, जिसे करीब एक साल पहले गिरफ्तार किया।

हरिप्रिया, जिसे करीब एक साल पहले गिरफ्तार किया।

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