रायपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से सांसद तोखन साहू को मोदी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री बनाया गया है। उन्हें शहरी विकास मंत्रालय में जिम्मेदारी दी गई है। कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पास ये मंत्रालय है। केंद्र में राज्यमंत्री बनने वाले तोखन साहू 7वें सांसद हैं। वो पहली बार ही लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने हैं।
मोदी सरकार के विभागों का बंटवारा सोमवार शाम 6:30 बजे किया गया। शपथ ग्रहण के 23:30 घंटे बाद विभागों का बंटवारा हुआ। रविवार को मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें 30 कैबिनेट मिनिस्टर और 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्य मंत्री हैं।
तोखन साहू ने पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया था। वे एक बेहद साधारण किसान परिवार से आते हैं, जो कि वर्ष 2013 में पहली बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में तोखन साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को लगभग 1 लाख 64 हजार से भी अधिक वोटों के अंतर से हराया है।
तोखन साहू ने पंच से संसद तक का तय किया सफर…
बिलासपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने लोरमी के पूर्व विधायक तोखन साहू को अपना उम्मीदवार बनाया था। तोखन साहू ने इस सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। लोरमी के छोटे से गांव सूरजपुरा से 1994 में पंच पद से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। तोखन साहू क्षेत्र में काफी लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के तौर पर जाने जाते हैं।
2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित
तोखन पंच से सरपंच, फिर जनपद सदस्य उसके बाद वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2015 में विधायक रहते हुए उन्हें रमन सिंह के कार्यकाल में संसदीय सचिव का पद भी दिया गया था। वहीं कुछ ही कुछ माह पहले तोखन साहू को छत्तीसगढ़ भाजपा के किसान मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया है।
- 1994 से राजनीतिक जीवन की शुरुआत। लोरमी ब्लॉक के सुरजपुरा गांव के निर्विरोध पंच बने।
- 2005 में जनपद सदस्य बने। ब्लॉक लोरमी क्षेत्र क्रमांक–18 फुलवारीकला से
- 2010 को महिला आरक्षण के चलते पत्नी लीलावती साहू जनपद सदस्य बनीं
- 2010 को उनकी पत्नी लोरमी जनपद पंचायत की अध्यक्ष भी बनीं
- 2012 में जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के प्रतिनिधि बने। जिला साहू समाज के संरक्षक, भाजपा पश्चिम मंडल के महामंत्री बने।
- 2013 में वे भाजपा के टिकट पर लोरमी विधानसभा से विधायक बने।
- 2014 में छत्तीसगढ़ वन्य जीव बोर्ड के सदस्य बने।
- 2015 में कृषि,मछली पालन, पशुपालन, जल संसाधन विभाग के संसदीय सचिव बने।
- 2015 में खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के सदस्य बने।
- 2018 में भाजपा ने दोबारा लोरमी विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन धर्मजीत से हार गए।
- 2023 के विधानसभा चुनाव में बेमेतरा जिले की नवागढ़ विधानसभा के प्रभारी रहे थे। वर्तमान में प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष हैं।
कौन होते हैं केंद्रीय राज्यमंत्री?
कैबिनेट मंत्री सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं। वहीं कैबिनेट मंत्री की मदद के लिए राज्य मंत्री बनाए जाते हैं। इनकी रिपोर्टिंग कैबिनेट मंत्री को होती है। एक मंत्रालय में एक से ज्यादा भी राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं। कैबिनेट मंत्री की गैरमौजूदगी में मंत्रालय की सारी जिम्मेदारी राज्य मंत्री की होती है। राज्य मंत्री कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होते हैं। लोकसभा सांसद को सैलरी और भत्ते मिलाकर हर महीने कुल 2.30 लाख रुपए मिलते हैं।
(Bureau Chief, Korba)