सूरजपुर: जिले के छात्रा को MBBS में सीट दिलाने के नाम पर उसके शिक्षक पिता से 5 लाख की ठगी कर ली गई। आरोपियों में एक डॉक्टर भी शामिल है। आरोपियों ने पांच लाख रुपए नगद और कालेज प्रबंधन के नाम पर 8.50 लाख रुपए की डीडी ले ली थी। पूरा मामला जयनगर थाना अंतर्गत ग्राम कृष्णपुर का है।
जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर के कृष्णपुर निवासी शिक्षक शेष नारायण शर्मा ने थाना जयनगर में 6 अक्टूबर 23 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि वर्ष 2019 में वे अपनी पुत्री का दाखिला एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए कृष्ण मोहन मेडिकल कालेज मथुरा, उत्तरप्रदेश में कराना चाहते थे।
उनकी पुत्री के एडमिशन को लेकर उन्होंने कॉलेज में संपर्क किया। कॉलेज में बतौर एचओडी कार्य कर रहे डॉक्टर यशवंत सिंह और उसके एक अन्य साथी ने एडमिशन कॉलेज में कराने का झांसा दिया।
दो किश्तों में लिए पांच लाख और डीडी
डा. यशवंत सिंह एवं उसके साथी ने दो किश्तों में शिक्षक शेष नारायण शर्मा से पांच लाख रुपये ले लिए और कालेज प्रबंधन के नाम पर बैंक डीडी के माध्यम से 8 लाख 50 हजार रुपए लिए थे। रैंकिंग कम होने के कारण छात्रा का एडमिशन कॉलेज में नहीं हो सका।
कॉलेज ने डीडी की राशि बैंक के माध्यम से वापस कर दी। डॉक्टर यशवंत सिंह व उसके साथी ने नगदी पांच लाख वापस नहीं की।
पैसा वापस नहीं करने से परेशान होकर शेष नारायण सिंह ने इसकी रिपोर्ट जयनगर थाने में दर्ज कराई। रिपोर्ट पर जयनगर पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया।
यूपी पहुंची टीम, डॉक्टर गिरफ्तार
सूरजपुर एसपी एम.आर.आहिरे के निर्देश पर जयनगर पुलिस टीम मथुरा पहुंची, जहां पता चला कि डॉक्टर यशवंत ने कालेज में नौकरी छोड़ दी है एवं वृंदावन में निजी क्लिनिक फिजियोथैरेपी की चला रहे हैं। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन निकाला व वृंदावन पहुंची। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर यशवंत सिंह (39) को गिरफ्तार कर लिया है। वह मूलतः बलदीराय, थाना हलियापुर उत्तरप्रदेश का निवासी है।
आपस में बांट दिए थे रूपये, दूसरा साथी फरार
मामले की पूछताछ में डॉक्टर यशवंत ने बताया कि उसने पांच लाख रुपये साथी के साथ बांट लिया था। उसका दूसरा साथी फरार है। जयनगर थाना प्रभारी डीएसपी स्निग्धा सलामे ने बताया कि मामलें में और आरोपी पकड़े जाएंगे। डॉक्टर ने मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन दिलाने का झांसा दिया था।
आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। कार्रवाई में डीएसपी स्निग्धा सलामे, एसआई सरफराज फिरदौसी, एएसआई प्रवीण राठौर, आरक्षक दिनेश ठाकुर व सैनिक अली सक्रिय रहे।
(Bureau Chief, Korba)