सरगुजा: अंबिकापुर के बंजारी में एक सनकी प्रेमी ने आठवीं के छात्र की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि छात्र आशीष लकड़ा और उसके 2 दोस्तों ने युवक की गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप करा दिया था। इसकी भनक जब सनकी आशिक को लगी तो वह चाकू लेकर सभी को खोजता रहा, लेकिन वे नहीं मिले। आशीष लकड़ा मिला, जिसे मौत के घाट उतार दिया। पूरा मामला मणिपुर थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे 130 के किनारे विनोद गुप्ता के घर के पीछे रविवार (28 जनवरी) को बंजारी निवासी छात्र आशीष लकड़ा (17) का शव मिला था। सूचना पर एडिशनल एसपी पपुलेश कुमार समेत उनकी टीम मौके पर पहुंची। डॉग स्क्वॉयड को भी मौके पर बुलाया गया।
लाश मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
26 जनवरी की रात की थी हत्या
सीएसपी स्मृतिक राजनाला ने बताया कि आशीष लकड़ा को अंतिम बार उसके दोस्तों के साथ देखे जाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने उसके दोस्तों और संदेही वीरेंद्र कुमार नागवंशी उर्फ़ लादेन (18) से कड़ाई से पूछताछ की गई। इसमें वीरेंद्र कुमार नागवंशी ने आशीष लकड़ा की हत्या करना स्वीकार किया। बताया जा रहा है कि आशीष लकड़ा और आरोपी वीरेंद्र की अच्छी दोस्ती थी।
खेत में पड़ा शव को दूसरे दिन देखा गया
गर्लफ्रेंड से कराया था ब्रेकअप
पुलिस पूछताछ में आरोपी वीरेंद्र कुमार नागवंशी ने बताया कि दरिमा थानाक्षेत्र की एक लकड़ी से उसका प्रेम संबंध था। आशीष लकड़ा और उसके दो दोस्तों ने उसकी गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप करा दिया। इसके साथ ही आशीष लकड़ा उसी लड़की से बात करने लगा। इससे खफा होकर आरोपी वीरेंद्र कुमार ने तीनों की हत्या करने की साजिश रची।
26 जनवरी की रात कर दी थी हत्या
आरोपी वीरेंद्र कुमार नागवंशी ने आशीष लकड़ा को बांसबाड़ी के पास ले गया, जहां दोनों ने शराब पी। वहां ब्रेकअप कराने को लेकर दोनों में विवाद हुआ। आरोपी ने जैकेट में कैप बांधने वाली रस्सी से आशीष लकड़ा का गला घोंट दिया। हत्या के बाद शव को उठाकर करीब 100 मीटर दूर खेत में फेंक आया।
आरोपी वीरेंद्र कुमार नागवंशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
चाकू लेकर 2 और दोस्तों को खोज रहा था
आशीष लकड़ा की हत्या के बाद आरोपी उसके दो अन्य दोस्तों को चाकू लेकर रात को खोजता रहा, लेकिन वे नहीं मिले। अगर मिल गए होते तो दोनों को मार डाला होता, लेकिन दोनों नहीं मिले तो बच गए। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से कोर्ट ने जेल भेज दिया है।
इन लोगों ने हत्या की सुलझाई गुत्थी
मामले की जांच में मणीपुर टीआई प्रदीप जायसवाल, एसआई प्रेम सागर खुटिया, एएसआई विवेक पाण्डेय, नवल किशोर दुबे की टीम सक्रिय रही।