- शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
- स्कूली बच्चों ने दी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
- शासकीय योजनाओं पर आधारित जीवंत झांकी का प्रदर्शन
रायपुर: उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने 75वें गणतंत्र दिवस पर आज संभागीय मुख्यालय बिलासपुर के पुलिस परेड मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने ध्वजारोहण के बाद शांति के प्रतीक सफेद कबूतर उड़ाए तथा हर्षोल्लास और उमंग के प्रतीक तिरंगे गुब्बारे आकाश में छोड़े। परेड कमाण्डर श्री अजय कुमार के नेतृत्व में पूरे परिधान में सजे हुए 12 प्लाटूनों ने भव्य एवं आकर्षक परेड का प्रदर्शन किया। पुलिस एवं नगर सेना द्वारा राष्ट्रध्वज को सलामी दी गई। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विकास कार्यो की मनोहारी झांकी के बीच बिलासपुर में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने झंडा फहराने के बाद मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का प्रदेश की जनता के नाम संदेश का वाचन किया। उन्होंने समारोह में नक्सल हिंसा में शहीद हुए 26 जवानों के परिजनों को सम्मानित किया। मुख्य अतिथि श्री साव ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले 90 अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने तैराकी में सुश्री अंजिक्या तिवारी और बैडमिंटन में मास्टर अभिजीत सखूजा को मेजर ध्यानचंद पुरस्कार प्रदान किया।
स्कूली बच्चों ने प्रस्तुत किया रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, जीवंत झांकी का प्रदर्शन
समारोह में स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों, योग प्रदर्शन एवं मास पी.टी. का प्रदर्शन किया। बिलासपुर जिले के 19 विभागों ने गणतंत्र दिवस समारोह में शासन की फ्लैगशिप योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित आकर्षक झांकियों का जीवंत प्रदर्शन किया। झांकी में राज्य शासन की उपलब्धियों को खूबसूरत तरीके से दर्शाया गया। झांकी में पहला पुरस्कार जिला पुलिस को निजात अभियान के लिए, दूसरा पुरस्कार जिला पंचायत और तीसरा पुरस्कार जेल विभाग को मिला।
समारोह में बिलासपुर के महापौर श्री रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण सिंह चौहान, नगर निगम के सभापति श्री शेख नजरूद्दीन, कमिश्नर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, आईजी श्री अजय यादव, कलेक्टर श्री अवनीश शरण, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजय अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे।
(Bureau Chief, Korba)