BHILAI: दुर्ग पुलिस ने भिलाई से 12 लाख रुपए कीमत की 200 पेटी चुनावी शराब जब्त की है। एमपी मेड यह शराब हथखोज इंजीनियरिंग पार्क में सालों से बंद एक गोदाम के अंदर रखी थी। आरोपी राखड़ से भरे ट्रक के अंदर इसकी तस्करी करते थे। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दुर्ग जिले के नवपदस्थ एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि पुलिस ने अवैध शराब की तस्करी रोकने में बड़ी सफलता पाई है। उन्होंने बताया कि उनकी क्राइम ब्रांच टीम को शराब तस्करी की जानकारी मिली थी। सूत्र से पता चला था कि 10 चक्का ट्रक में राखड़ के नीचे दबाकर कुछ लोग मध्यप्रदेश की ओर से शराब की तस्करी कर रहे हैं।
वह ट्रक जिसके अंदर भरी हुई मिली अवैध शराब।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शराब को भिलाई 3 थाना अंतर्गत ट्रांसपोर्ट नगर हथखोज के इंजीनियरिंग पार्क स्थित एरिया में किसी बंद गोदाम में रखा जाता है। शराब से भरा पूरा एक ट्रक गोदाम के अंदर है। सूचना मिलते ही पुलिस की अलग-अलग टीमों ने उस गोदाम की घेराबंदी की।
ट्रक से शराब को बाहर निकालते हुए पुलिस वाले।
पुलिस ने पूरे एरिया की तलाशी ली, तो पता चला कि एक बंद पड़े गोडाउन के अंदर ट्रक MH 40 CM 8512 खड़ा है। गेट में अंदर से ताला लगा हुआ था। पुलिस की टीम जब गोदाम के अंदर घुसी तो चौंक गई। वहां खड़े पूरे ट्रक में शराब की बोतल भरी हुई थी।
दुर्ग एसएसपी राम गोपाल गर्ग।
दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की टीम ने गोदाम के अंदर घुसकर ट्रक की तलाशी ली, तो वहां से दो युवक मिले। पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम गणेश कुमार (36 साल) निवासी महाराष्ट्र और आसिफ सैयद (44 साल) निवासी शहंशाह चौक नागपुर का होना बताया।
राखड़ के नीचे दबाकर रखी थी शराब की पेटियां
पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने बताया कि ट्रक में राखड़ भरा हुआ है। वो लोग उसे यहां खाली करने आए हैं। टीम ने ट्रक की तलाशी ली, तो वाकई उसके अंदर राखड़ भरा हुआ था। पुलिस ने राखड़ को खाली किया, तो 6 फीट नीचे रखे डाले में अवैध शराब की पेटियां भरी हुई मिलीं। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34 (2) के तहत कार्रवाई की है।
बंद गोदाम किसका, छिपा रही दुर्ग पुलिस
जिस बंद गोदाम से अवैध शराब मिली है, पुलिस ने उसके मालिक के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। खबर लिखे जाने तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एसएसपी दुर्ग का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है। यह चुनावी शराब थी या तस्करी के लिए पहले से लाकर रखी गई थी, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि गोदाम के मालिक के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।