सक्ती: जिले के ग्राम जेठा में स्थित संजय नेत्रालय में मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चिकित्सकों और स्टाफ के कपड़े बदलने के लिए तैयार चेजिंग रूम में कैमरा लगाया गया था। इसकी शिकायत महिला चिकित्सा अधिकारी ने की थी। महिला चिकित्सा अधिकारी ने आरोपी डॉक्टर मनोज ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। आरोपी ने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी, जिसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
सहायक जिला अभियोजन अधिकारी सक्ती अरविंद कुमार जायसवाल ने बताया कि 14 मार्च 2023 को शासन स्तर पर मोतियाबिंद ऑपरेशन करने के लिए ग्राम जेठा स्थित संजय नेत्रालय को चिन्हित किया गया था। ऑपेरशन के लिए चिकित्सक और स्टाफ के कपड़े बदलने के लिए अलग से एक चेंजिंग रूम बनाया गया था। उस चेंजिंग रूम में आरोपी डॉक्टर मनोज राठौर ने अपने मोबाइल कैमरे को लगा दिया गया था। इस बीच जब चेंजिंग रूम मे एक युवती अपने कपड़े बदल रही थी, तो उसकी नजर मोबाइल कैमरे पर गई।

आरोपी ने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी, जिसे रद्द कर दिया गया। आरोपी डॉक्टर ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
पीड़िता ने घटना की शिकायत बाराद्वार थाने में दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। 27 जुलाई 2023 को आरोपी डॉक्टर मनोज राठौर के द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चेतना ठाकुर के न्यायालय सक्ती में आत्म समर्पण किया। आरोपी ने जमानत के लिए आवेदन दिया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
