रायपुर: महिला आरक्षण बिल के पास होने के बाद से ही लगातार सियासी घमासान जारी है। छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से मांग की है कि 2024 के चुनावों में ही इसे लागू किया जाए। जो प्रक्रिया सरकार बता रही है उसमें तो सालों लग जाएंगे। सीएम बघेल ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने इस बिल को समर्थन दिया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि इसे तत्काल लागू किया जाए।
भूपेश बघेल ने कहा, ये शिगूफेबाज हैं। विधानसभा और लोकसभा के सदस्य के लिए बिल लाया गया है, लेकिन इसका इंप्लीमेंट तब होगा जब इसका जनगणना होगी। उसके बाद परिसीमन हो जाए। इन सब में बरसों लग जाएंगे। यह होता दिखाई नहीं दे रहा है। 2024 के चुनाव में इसे लागू किया जाना चाहिए।
मंगलवार को लोकसभा पास हुआ बिल
लोकसभा में यह बिल मंगलवार को पास हुआ है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने बिल का समर्थन किया है। बिल के समर्थन में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े। जिसमें लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का प्रावधान किया गया है। विपक्ष की पार्टियों ने इसे तत्काल लागू करने की मांग भी की है।
छत्तीसगढ़ विस पर नहीं पड़ेगा बिल का असर
2023 में छत्तीसगढ़ समेत 5 राज्यों में चुनाव होने हैं पर इस बिल का असर इन चुनावों पर नहीं पड़ेगा। ये उम्मीद जरूर की जा रही है कि टिकट वितरण पर इसका असर देखने को मिल सकता है। फिलहाल प्रदेश में 16 महिला विधायक हैं जिनमें से 13 कांग्रेस की विधायक हैं, 1-1 बीजेपी, जेसीसीजे और बसपा से हैं।