राजनांदगांव: जिले के छुरिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने ग्राम पैरीटोला स्कूल के प्रधान पाठक को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर अवैध वसूली के लिए सहायक औषधि नियंत्रक से 2 लाख रुपए मांगने का आरोप है। आरोपी जाकेश साहू को पुलिस चौकी जोब ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से गुरुवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार प्रधानपाठक विभिन्न मामलों में पहले झूठी शिकायतें करता और फिर उसे वापस लेने के एवज में रुपयों की वसूली करता था। पुलिस ने उसे सहायक औषधि नियंत्रक संजय सिंह झड़ेकार की विभागों में शिकायत करने और फिर वापस लेने के एवज में 2 लाख रुपए मांगने के मामले में पकड़ा है। वो अवैध उगाही करने की नीयत से फर्जी शिकायत कर कॉल के माध्यम से दबाव बना रहा था। जिस पर प्रार्थी ने पूरे मामले की शिकायत एसपी से की। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्रधानपाठक गिरफ्तार।
प्रार्थी संजय सिंह झड़ेकार सहायक औषधि नियंत्रक राजनांदगांव ने एसपी कार्यालय को लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में उन्होंने लिखा कि आरोपी बखरूटोला निवासी जाकेश साहू जो ग्राम पैरीटोला स्कूल में प्रधान पाठक के रूप में पदस्थ है, वो उनके खिलाफ विभिन्न सरकारी कार्यालयों में फर्जी शिकायत कर बेईमानी से अवैध उगाही के लिए कॉल कर रहा है। आवेदक से मीटिंग रखकर प्रत्यक्ष रूप से शिकायत वापस लेने के लिए 2 लाख रुपए की उसने डिमांड की, जिसे प्रार्थी संजय सिंह झड़ेकार ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली। शिकायत पर 24 जनवरी को पुलिस चौकी जोब थाना छुरिया में धारा 384, 506,189 के तहत केस दर्ज किया गया।
एसपी कार्यालय में की थी शिकायत।
मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार चल रहा था। पुलिस द्वारा टीम गठित कर आरोपी के निवास स्थान ग्राम बखरूटोला और अन्य संभावित स्थानों पर छापा मारा गया। 26 जनवरी की सुबह मुखबिर की सूचना पर आरोपी जाकेश साहू के ग्राम बखरूटोला में छापा मारा गया और वहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
अवैध वसूली का खेल, दो फर्जी महिला खाद्य अधिकारी गिरफ्तार
रायपुर में दो हफ्ते पहले अवैध वसूली के आरोप में दो फर्जी महिला खाद्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। SSP प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर कार्रवाई की गई थी। दोनों आरोपी महिलाएं खुद को फूड विभाग का अधिकारी बताकर फर्जी तरीके से पैसा वसूली करती थीं।12 जनवरी को प्रार्थी सागर शर्मा ने भाटागांव थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि स्वाति शर्मा और ममता शर्मा नाम की महिलाओं ने खुद को खाद्य विभाग का अधिकारी बताया और डरा-धमकाकर 7 हजार रुपए ऐंठ लिए। लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर उससे अवैध वसूली की गई। प्रार्थी का सागर स्वीट्स नाम का होटल है, जहां दोनों ने कई बार नाश्ता भी किया, जिसका कुल बिल 5000 रुपए बना। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
अवैध वसूली करना पत्रकार को पड़ा भारी
पिछले साल अप्रैल के महीने में सरगुजा जिले में भी अवैध वसूली करने वाले एक पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सरगुजा और बलरामपुर जिलों में अवैध वसूली के आरोप में एक वेब पोर्टल के पत्रकार को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ छह मामले दर्ज थे। पत्रकार जितेंद्र जायसवाल ‘भारत सम्मान’ नाम से एक न्यूज पोर्टल चलाता था और पत्रकारिता की आड़ में उस पर अवैध वसूली करने का आरोप लगा था।
अक्टूबर 2022 में नवा रायपुर में चार फर्जी पत्रकार हुए थे गिरफ्तार
नवा राजधानी स्थित एनआरडीए के सहायक प्रबंधक को पुराने मामले छापने का भय दिखाकर अवैध वसूली करते हुए पिछले साल अक्टूबर में पुलिस ने 4 फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया था। तहसीलदार स्तर के अधिकारी से सवा दो लाख रुपए की अवैध वसूली करते हुए पुलिस ने जाल बिछाकर गिरफ्तार किया था। आरोपियों का नाम सेवकदास दीवान निवासी ग्राम बरेली, बसना (महासमुंद), हामिद कादरी और रायपुर निवासी सुनील यादव और आरबी वर्मा था।