बिलासपुर: गांव में टोना जादू के आरोप में महिला को जिंदा जलाने की कोशिश करने वाले 2 बैगा समेत 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार थे। पुलिस ने मुख्य आरोपी व उसके रिश्तेदारों को कोरबा जिले के बालको व दो बैगाओं को जांजगीर से गिरफ्तार किया है। बुधवार को बिलासा गुड़ी में मामले का खुलासा एएसपी एसपी ग्रामीण अर्चना झा ने किया।
उन्होंने बताया कि 12 जनवरी को महिला की बेटी ने थाने में घटना की सूचना दी थी। उसने बताया कि उसकी मां भूरी बाई को टोनही कहते हुए केजउ राठौर उसके रिश्तेदार व बैगा ने जलाने का प्रयास किया। पुलिस टोनही प्रताड़ना और हत्या का प्रयास का केस दर्ज कर गांव पहुंची, लेकिन मौके से केजउ राठौर और परिवार सदस्य व बैगा सभी फरार हो गए थे। आरोपियों की धरपकड़ के लिए अलग-अलग टीम गठित कर जांजगीर, कोरबा, रायगढ़ रवाना किया गया। इसी दौरान मुखबिर और सायबर की इनपुट के आधार पर केजउ राठौर व उसके रिश्तेदारों और बैगा को धर दबोचा।
इन सात आरोपियों की गिरफ्तारी
इस पूरे मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी केजउ राठौर सहित सुरेश उर्फ रीतू राठौर, रवि उर्फ लाला राठौर, संतोष राठौर, देवी कहरा, धरम कहरा और विशाल नाथ को गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया है।
ससुर के कहने पर दामाद ने बुलाया बैगा
पूछताछ पर यह पता चला कि केजउ राठौर ने अपने दामाद संतोष राठौर को बैगा लाने के लिए बोला था, जिस पर से उसने पहचान के देवी प्रसाद और धरम बैगा को ग्राम भदौरा झाड़फूंक के लिए लेकर आया। घर पर बैगा द्वारा केजउ राठौर की बेटी व बहू जो बीमार रहते थे, उनकी झाड़ फूंक की गई। रात्रि में फिर से भूत भगाने के लिए लोगों को इकट्ठा कर पूजा किया गया। इसके बाद महिला को उसके घर से घसीट कर लाए व टोनही होने का आरोप लगाते हुए मारपीट की व हसिया से जलाया। उसे अधमरा कर छोड़ गए।