DURG: दुर्ग पुलिस ने एक बड़े ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को बैंक का अधिकारी बताकर ग्राहकों से OTP मांगता था। अगर किसी खाता धारक ने OTP दे दिया, तो वो उसके खाते से पैसे निकाल लेता था। इसी तरह उसने एक खाता धारक के अकाउंट से 17.55 लाख रुपए निकाल लिए। दुर्ग पुलिस की टीम ने आरोपी को झारखंड की राजधानी रांची से गिरफ्तार किया है।
एडिशनल एसपी सिटी अभिषेक झा ने बताया कि दुर्ग पुलिस की टीम ने प्रशांत कुमार मंडल (31) निवासी घोरमारा थाना मोहनपुर जिला देवघर (झारखंड) को रांची से गिरफ्तार किया है। सुपेला थाना अंतर्गत स्मृति नगर चौकी में तहसीन सईद ख्वाजा (65) निवासी चौहान टाउन 26/बी जुनवानी ने 12 जनवरी 2020 को ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
उसने बताया कि 10 जनवरी 2020 को सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे के बीच एक युवक ने बैंक अधिकारी बनकर उनके मोबाइल पर कॉल किया। उसने बातों के जाल में फंसाकर उनसे OTP मांगा और फिर उसके खाते से 17.55 लाख रुपए निकाल लिए।
बैंक अधिकारी बनकर खाते से रकम निकालने का आरोपी।
पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने उससे एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक नेहरू नगर के बैंक अकाउंट का खाता नंबर और ओटीपी लिया। इसके बाद एसबीआई बैंक के खाते से 4,80,432 रुपए और आईसीआईसीआई से 12,65,000 रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।
4 साल बाद आरोपी तक पहुंची पुलिस
सुपेला थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी। पुलिस को पता चला कि ठग झारखंड राज्य के देवघर जिले का रहने वाला है। इसके बाद थाना प्रभारी पुलगांव तापेश्वर सिंह नेताम ने टीम गठित कर 2 जनवरी 2024 को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए घोरमारा थाना मोहनपुर जिला देवघर (झारखंड) रवाना हुए।
जब पुलिस आरोपी के पते पर पहुंची, तो वो वहां नहीं मिला। इसके बाद उसकी मोबाइल लोकेशन और टावर डंप निकालकर उसका नया ठिकाना खोजा गया, तो उसके रांची में होने का पता चला। पुलिस की टीम ने रांची जाकर प्रशांत कुमार मंडल को गिरफ्तार कर लिया। ट्रांजिट रिमांड पर उसे दुर्ग लाया गया है।