रायपुर: 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ में ड्राई-डे घोषित किया गया है। इस दिन अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इसके चलते मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ड्राई-डे की घोषणा की। इसके साथ ही 100 टन सब्जियां भी राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से अयोध्या भेजी जाएगी।
इन सब्जियों से राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भोग लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि, पूरे प्रदेश में शुष्क दिवस घोषित करने का फैसला सरकार ने लिया है। इस दिन पूरे प्रदेश में शराब की दुकानें बंद रहेंगी। साथ ही 22 जनवरी को दीपावली जैसा माहौल रहेगा।
साय ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है।
अन्नदाता भेजेंगे 100 टन सब्जी
प्रगतिशील किसान संघ का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री साय से मुलाकात करने पहुंचा था। उन्होंने किसानों के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को आने का न्योता दिया साथ ही इस दौरान किसानों ने 100 टन सब्जियों को अयोध्या भेजने का प्रस्ताव भी रखा। इस प्रस्ताव का मुख्यमंत्री ने स्वागत किया।
छत्तीसगढ़ से 300 टन चावल भेजे जा चुके हैं
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भगवा ध्वज दिखाकर 11 ट्रकों को रवाना किया था। जिससे रामलला के मंदिर में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के चावल से भगवान राम को भोग लगेगा। इसके साथ ही देश भर से आने वाले राम भक्तों को प्रसाद का भी वितरण किया जाएगा।
भगवा ध्वज दिखाकर 11 ट्रकों को रवाना किया गया था।
300 टन चावल का इंतजाम छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन की ओर से किया गया था। इस कार्यक्रम में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया था कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल माना जाता है और ऐसे में हम ननिहाल वालों की जिम्मेदारी है कि भगवान की जन्मभूमि में हो रहे भव्य आयोजन में कोई कमी ना रहे। छत्तीसगढ़ में मिलने वाले सबसे अच्छे किस्म के चावल को भगवान राम के लिए भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा- यह सौभाग्य की बात
मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने कहा था कि छत्तीसगढ़ के राइस मिलर्स बंधुओं ने 300 टन चावल अयोध्या भेजा है। छत्तीसगढ़ की धरती से ऐसा किया गया है, यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। अयोध्या में इस चावल से भगवान को भोग लगेगा। ट्रकों को रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री ने राम मंदिर में जाकर भगवान राम से प्रदेश की खुशहाली की कामना करते हुए पूजा भी की थी।
छत्तीसगढ़ और भगवान राम का नाता
अयोध्या से श्रीलंका तक की 14 साल की यात्रा में लगभग 248 ऐसे प्रमुख स्थल हैं, जहां भगवान श्रीराम ने या तो विश्राम किया या फिर उनसे उनका कोई रिश्ता जुड़ा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव छत्तीसगढ़ है। 14 साल के वनवास के 10 साल भगवान श्रीराम ने यहीं गुजारे।
भगवान राम की मां कौशल्या को भी छत्तीसगढ़ का ही बताया जाता है। छत्तीसगढ़ को प्राचीन काल में कोसल प्रदेश कहा जाता था, यहां की होने की वजह से उनका नाम कौशल्या पड़ा। रायपुर के चंदखुरी में राम भगवान को गोद में लिए कौशल्या माता की प्रतिमा मंदिर में स्थापित है। ये देश में माता कौशल्या का इकलौता मंदिर भी है।
प्रदेश में 22 जनवरी को होंगे कई आयोजन
22 जनवरी को संस्कारधानी राजनांदगांव में दीपावली के समान दीप उत्सव, महा आरती प्रसाद वितरण, भंडारा का आयोजन होगा। वहीं 20 जनवरी को मानव मंदिर चौक पर, 21 जनवरी को लक्ष्मी नारायण मंदिर और 22 जनवरी को दिग्विजय स्टेडियम में दीप महोत्सव का आयोजन होगा। वहीं 22 जनवरी को ही रायपुर में शाम 5 बजे विवेकानंद विद्यापीठ के सामने गुढिय़ारी रोड कोटा में 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ ही लेजर शो का आयोजन किया गया है।