Saturday, June 28, 2025

CG: रेलवे ने 18 ट्रेनों में लगाया थर्ड एसी इकोनामी कोच… दुर्ग से चलने वाले 7 एक्सप्रेस गाड़ियों में दी जा रही है सुविधा

दुर्ग: भारतीय रेल से यात्रा करने वाले लोगों में अधिकतर लोग थ्री एसी में रिजर्वेशन कराकर सफर करते हैं। इसमें मध्यम वर्गीय लोगों की संख्या काफी अधिक होती है। इस वर्ग की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने थर्ड एसी इकोनॉमी कोच की सुविधा शुरू की है। ये कोर्च देश की 18 और दुर्ग चलने वाली सात ट्रेनों में लगाए जा रहे हैं। इसमें लोग थर्ड एसी से 20 प्रतिशत तक कम किराया देकर एसी का आनंद लेते हुए सफर कर पाएंगे।

भारतीय रेल यात्रियों की सुविधा को ध्यान रखते हुये अपनी सेवा को निरंतर बढ़ा रही है। रेलवे के पीआरओ शिव प्रसाद ने बताया कि ट्रेन की यात्रा लोगों की पहली पसंद है। क्योंकि यह सुरक्षित और तेज है। रोजाना लाखों लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए ट्रेन से सफर करते हैं। इसके लिए रेलवे ने अलग-अलग श्रेणी के यात्रियों को अलग-अलग किराया तय करते हुए अलग-अलग कोच की व्यवस्था दी है। जिन लोगों को प्रीमियम सफर का अनुभव कहना है उनके लिए फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी की सुविधा है। वहीं जिन लोगों को कम कियाए में सफर करना है वो स्लीपर और जनरल कोच को चुन सकते हैं। एक आम यात्री की पहली पसंद थर्ड एसी कोच है। इससे इसकी मांग भी सबसे अधिक है। इसी मांग और लोकप्रियता को देखते हुये रेल मंत्रालय ने थर्ड एसी इकॉनामी कोच विकसित किया है। इस कोच में थर्ड एसी की तुलना में अधिक बेहतर तथा आरामदायक सविधा दी गई है, साथ किराय की बात करें तो थर्ड एसी की तुलना में काफी कम है।

एसी 3 इकोनॉमी क्लास के इंटीरियर को काफी लग्जरी बनाया गया है।

एसी 3 इकोनॉमी क्लास के इंटीरियर को काफी लग्जरी बनाया गया है।

दुर्ग से चलने वाली इन ट्रोनों में लगाए गए हैं इकोनॉमी कोच

  1. दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस
  2. दुर्ग-निज़ामुद्दीन एक्सप्रेस
  3. दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस
  4. दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस
  5. दुर्ग-कानपुर एक्सप्रेस
  6. दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस
  7. दुर्ग-ऊधमपुर एक्सप्रेस कोच के बाहर ही लिखा होगा एसी थ्री टायर इकोनॉमी

क्या है दोनों कोच में अंतर

एसी-3 इकोनॉमी कोच का डिजाइन पुराने एसी कोच से अलग है। इसमें हर कंपार्टमेंट में एक एक्सट्रा सीट होती है। मसलन एसी-3 कोच में 6 बर्थ और 2 साइड बर्थ होती हैं, लेकिन एसी-3 इकोनॉमी में साइड बर्थ में भी मिडिल बर्थ दी जाती है। इस तरह से एसी-3 डिब्बे में कुल 72 जबकि इकोनॉमी में 83 सीटें होती हैं। इसमें सीटों के डिजाइन को बेहतर और मॉड्यूलर बनाया गया है। हर बर्थ के लिए एसी वेंट दिया गया है। दिव्यांगों के लिए हर कोच में अलग प्रवेश द्वार और टॉयलेट के चौड़े दरवाजे दिए गए हैं। हर बर्थ के लिए रीडिंग लैंप और यूएसबी चार्जिंग पोर्ट व मिडिल और अपर बर्थ के लिए बढ़ा हुआ हेडरूम मिलता है। इस कोच में अनाउंसमेंट के लिए पैसेंजर इफोर्मेशन सिस्टम लगा हुआ है।

2021 में पहली बार शुरू हुआ था एसी 3 इकोनॉमी कोच

भारतीय रेलवे ने थर्ड एसी इकोनॉमी कोच का संचालन साल 2021 में पहली बार शुरू किया था। थर्ड एसी इकोनॉमी कोच पुराने थर्ड एसी के मुकाबले नए हैं और आधुनिक सुविधाओं को इसमें शामिल किया गया है। इसमें थर्ड एसी कोच से अधिक और बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं।

15 से 20 प्रतिशत कम लग रहा है किराया

रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक एसी 3 और एसी 3 इकोऩॉमी क्लास के किराय की बात की जाए तो यह काफी कम है। इकोनॉमी कोच का किराया एसी 3 कोच से लगभग 15-20 प्रतिशत तक कम है। साथ ही इसमें कनफर्म बर्थ मिलने की संभावना भी अधिक हो जाती है। छत्तीसगढ़ में यह सुविधा पिछले 4-5 महीने से मिल रही है।

लखनऊ रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन ने तैयार किए हैं कोच

नए एसी 3 इकोनॉमी कोच को बनाने की बात की जाए तो इसे लखनऊ स्थित रेलवे के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन ने तैयार किया है। AC-3 इकोनॉमी क्लास थर्ड एसी स्लीपर क्लास का एडवांस वर्जन है। इसकी डिज़ाइन नेशनल इंस्टीट्‍यूट ऑफ डिजाइन (NID) अहमदाबाद ने देश के लोगों की ट्रैवलिंग हैबिट पर रिसर्च कर तैयार की थी। इस रिसर्च में सफर के दौरान लोगों की जरूरतों का जिक्र है। इसी रिसर्च को ध्यान में रखकर नए कोच डिजाइन किए गए हैं। कोच का लेआउट स्लीपर कोच की तुलना में काफी अलग है। इसके इंटीरियर को काफी लग्जरी बनाया गया है।


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