बेमेतरा: प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के माध्यम से सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लोगों को खुद का पक्का मकान बनाने के लिए तथा पुराने घर की मरम्मत के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें पक्का शौचालय बनाने में भी मदद की जा रही है। देश-प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में आज भी लाखों परिवार कच्चे मकान में रहते हैं। गांव में रहने वाले लोग गरीबी के कारण अपना पक्का मकान नहीं बना पाते हैं। वे अपना खुद का पक्का घर बनाना चाहते हैं लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे अपने पक्के घर का सपना पूरा नहीं कर पाते है और पूरी जिंदगी कच्चे मकान में बिता देते हैं। उनके इसी सपने को पूरा करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना चलाई जा रही है।
हम बात कर रहे हैं एक गरीब परिवार की जिसका प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्के मकान का सपना साकार हुआ है, जो विकासखण्ड बेमेतरा से लगभग 35 कि.मी. दूर ग्राम उड़तला में निवास करते हैं। उड़तला एक छोटा सा गांव है, जो कि ग्राम पंचायत मजगांव का आश्रित ग्राम है। ग्राम उड़तला में रामाधार नाम का एक गरीब व्यक्ति निवास करता है, जो गांव में पशुओं को चराने का कार्य करते हुए पुराने से टूटे-फूटे जर्जर से खपरैल वाले कच्चे आवास में अपने परिवार के साथ जीवन यापन करता था। रामाधार ने बताया कि कच्चे मकान में जीवन गुजारना मजबूरी बन गई थी। इस मकान में कभी बारिश तो कभी तुफान, जहरीले जीव-जन्तु का खतरा और मकान ढहने का खतरा बना रहता था। उन्होने बताया कि ग्रामवासियों के द्वारा मुझे आवास योजना की जानकारी मिली, जिसके बाद मैंने आवास के लिए आवेदन किया और वित्तीय वर्ष 2019-20 में आवास निर्माण हेतु मुझे स्वीकृति प्रदाय किया गया। आज मेरा आवास बनकर तैयार हो गया है। पीएम आवास योजना ने मेरे पक्के मकान के सपने को पूरा किया।
रामाधार अपने पुराने बीते दिनों को याद करते हैं, तो उनका गला रूंध सा जाता है। रामाधार की पत्नि, पति के साथ गाय चराने का कार्य करती है। जब से उनका आवास बनके तैयार हुआ है वे अपने परिवार के साथ पक्के आवास में आराम और सुख के साथ रह रहे है। रामाधार को नये पक्के आवास के साथ गैस कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, जैसे शासन की और महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इसके लिए रामाधार ने शासन-प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।